लखनऊ। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में आउट सोर्सिंग एजेंसी की अनियमितताओं के खिलाफ जांच कराने का निर्णय लिया गया है। शनिवार को किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय की आउट सोर्सिंग एजेंसी के खिलाफ भारी संख्या में कर्मचारी संयुक्त स्वास्थ्य आउटसोर्सिंग संविदा कर्मचारी संघ के बैनर तले एकजुट हुए है। इसके बाद कर्मचारियों ने संघ के अध्यक्ष रितेश मल्ल के नेतृत्व में कुलपति प्रोफेसर सोनिया नित्यानंद का घेराव किया।
इस दौरान आउट सोर्सिंग कर्मचारियों ने कुलपति के समक्ष मांग रखी की। उन्हें बोनस दिया जाए। साप्ताहिक अवकाश/राजपत्रित अवकाश वेतन सहित दिया जाए। 28 दिन की डियूटी पर 32 दिन तक की ओवर टाइमिंग का वेतन प्राप्त हो। उससे अधिक के लिए एजेन्सी द्वारा रिलीबर लगाया जाए। ईसीआईसी के इलाज के लिए चिकित्सा विश्वविद्यालय में डिस्पेसरी खोली जाए।
चिकित्सा विश्वविद्यालय के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों के वेतन में प्रति वर्ष 5% बढोतरी की जाए। ईपीएफ/ईसीआईसी में अनियमितता के लिये जांच कमेटी बनाई जाए। बहरहाल कुलपति ने आउटसोर्सिंग कर्मचारियों की समस्याओं को गंभीरता से सुना और उनकी मांगों को जायज ठहराते हुए आउट सोर्सिंग एजेंसी के खिलाफ कार्रवाई की बात कही।
इस दौरान वित्त अधिकारी अजय राय, सीएमएस बी के ओझा, प्राक्टर क्षितिज श्रीवास्तव, प्रो सुरेन्द्र कुमार, एवं एजेन्सी के निदेशक के समक्ष संगठन के पदाधिकारी अध्यक्ष रितेश मल्ल, उदय प्रताप सिंह, उमेश यादव, मनोज, सुभाष, विकास, सतीश चन्द्र चौहान, चन्द्र प्रकाश, आदि मौजूद रहे।