मुंबई, NIA संवाददाता।
25 वर्ष के युवा अभिनेता और सॉफ्टवेयर इंजीनियर सचिन चांदवाडे ने महाराष्ट्र के जलगांव जिले के पारोला तहसील के अंदरखेड़े गांव में स्थित अपने घर में आत्महत्या की, जिसकी सूचना सामने आई है। पारिवारिक सदस्यों के अनुसार, उन्होंने 23 अक्टूबर को घर के ऊपरी तल पर फांसी लगाई थी। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया, मगर 24 अक्टूबर को लगभग 1:30 रात के बजाय लगभग 1:30 मध्यान्ह (दोपहर) के समय अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
घटना के बाद स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी सुसाइड नोट का पता नहीं चला है और आत्महत्या के कारण स्पष्ट नहीं हुए हैं।
सचिन चांदवाडे: जीवन-परिचय और करियर
सचिन चांदवाडे मूलत: महाराष्ट्र के जलगाँव जिले के पारोला तहसील के अंदरखेड़े गांव से थे। उन्होंने आईटी क्षेत्र में काम करते हुए पुणे में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर के पद पर कार्य किया। अभिनय उनकी प्राथमिक रुचि थी। उन्होंने लोकप्रिय वेब-सीरिज़ Jamtara Season 2 में भूमिका निभाई थी, जिससे उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली। उनकी अगली मराठी फिल्म Asurvan रिलीज़ के करीब थी, और उन्होंने इसके लिए सोशल मीडिया पर पोस्ट भी किया था — यह उनकी आगामी प्रतिभा का संकेत था।
घटना चिंताजनक है?
इतनी युवा उम्र में (सिर्फ 25 वर्ष) में इस तरह जाना, न सिर्फ उनकी व्यक्तिगत ज़िन्दगी के लिए दुखद है बल्कि मनोरंजन उद्योग व समाज के लिए भी चेतावनी है। एक ओर अभिनय और आईटी दोनों करियर में संतुलन बनाने की उनकी कोशिश थी, दूसरी ओर यह सवाल उठता है कि बाहरी संतोष व आंतरिक संघर्ष के बीच कितना अंतर होता है। इस घटना ने मनोरंजन क्षेत्र में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों को फिर से प्रकाश में खींचा है — जहाँ बहुत से युवा कलाकार प्रतिदिन दबाव, असमर्थता या अनिश्चितता से जूझ रहे होते हैं।
सोशल मीडिया और प्रतिक्रियाएं
उनकी मौत की खबर फैलते ही सोशल प्लेटफॉर्म्स पर उनके फैंस, सह-कलाकार और शुभचिंतक भावुक हो उठे। उन्होंने उन्हें एक गर्म, मेहनती और प्रतिभाशाली व्यक्ति के रूप में याद किया। उनके गांव, साथी कलाकारों और उद्योग जगत में ने इस क्षति को एक बड़ी खोती के रूप में देखा है। विशेष रूप से, इस तथ्य को कि उनकी फिल्म लगभग रिलीज़ होने वाली थी।
पुलिस जांच जारी है, अगले कुछ दिनों में घटना के पीछे का मुख्य कारण सामने आ सकता है। फिल्म-निर्माताओं, सह-कलाकारों व इंडस्ट्री को चाहिए कि वे ऐसे युवा कलाकारों के लिए मानसिक स्वास्थ्य सहायता, मेंटल हेल्थ हॉटलाइन्स, टाइम-मैनेजमेंट सहायता आदि पर ध्यान दें। आम जन-मानस को भी यह समझना होगा कि प्रसिद्धि, करियर की प्रगति व सामाजिक सराहना के बावजूद आंतरिक संघर्ष कहीं-ना-कहीं मौजूद हो सकते हैं।
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