लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) के कर्मचारियों की उदासीनता से आजिज आकर एक बुजुर्ग फरियादी ने अपनी बात रखने का अनोखा तरीका अपनाया। वह अपनी शिकायत पेट पर चिपकाकर LDA कार्यालय पहुंच गया। यह नजारा देख वहां मौजूद अधिकारी भी कुछ देर के लिए हंस पड़े, हालांकि बाद में उन्होंने मामले में जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया।
फरियादी सुरेश चंद्र गोमतीनगर के निवासी हैं। उन्होंने बताया कि उनके घर के पास एक मोबाइल टावर लगा हुआ है, जिसे हटवाने के लिए वह पिछले आठ महीने से LDA के चक्कर काट रहे हैं। कई बार शिकायत करने के बावजूद अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।

सुरेश चंद्र का आरोप है कि टावर संचालक और LDA के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत के चलते टावर नहीं हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अफसरों ने पहले टावर हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन आठ महीने बीत जाने के बाद भी स्थिति जस की तस बनी हुई है।
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इसी दौरान LDA कार्यालय में अन्य फरियादी भी अपनी समस्याएं लेकर पहुंचे। आशियाना रेजीडेंसी एसोसिएशन के अध्यक्ष आरके पांडेय ने पार्क और कम्युनिटी सेंटर की जमीन से जुड़े विवाद को उठाया। उनका आरोप है कि योजना के तहत पार्क के लिए आरक्षित जमीन पर निर्माण की तैयारी की जा रही है, जिसका एसोसिएशन विरोध कर रही है।
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वहीं, इब्राहिमपुर वार्ड के पार्षद बृजमोहन शर्मा भी अपनी शिकायत लेकर LDA पहुंचे। उन्होंने आरोप लगाया कि उनके वार्ड की सरकारी जमीन पर भूमाफिया होटल का निर्माण कर रहे हैं, लेकिन न तो LDA के जूनियर इंजीनियर और न ही नगर निगम के अधिकारी कोई कार्रवाई कर रहे हैं।
अधिकारियों के सामने सभी फरियादियों ने लिखित शिकायतें सौंपीं। LDA अधिकारियों ने शिकायतें दर्ज कर जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
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