लखनऊ, NIA संवाददाता।
शिक्षा मित्रों की लम्बे समय से चली आ रही मांग को देखते हुए सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने संशोधित शासनादेश जारी करते हुए शिक्षा मित्रों को अपने मूल विद्यालय में वापस जाने का अवसर प्रदान किया है। साथ ही विवाहित महिला शिक्षा मित्रों को ससुराल के नजदीकी विद्यालय में तैनाती चुनने की विशेष सुविधा दी गई है।
जिला स्तर पर प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं, जिससे जल्द ही पूरी तबादला व्यवस्था लागू हो सकेगी।
कैसे हुई थी तैनाती दूर?
सपा सरकार के कार्यकाल में प्रदेश के लगभग 1.37 लाख शिक्षा मित्रों को सहायक शिक्षक बनाया गया था। इस दौरान उनकी नियुक्ति मूल विद्यालयों से हटाकर दूसरे ब्लॉकों में कर दी गई थी।
बाद में सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह समायोजन रद्द हो गया और वे वापस शिक्षा मित्र तो बन गए, लेकिन अपने मूल विद्यालयों में लौट नहीं पाए।
यह भी पढ़ें: बाली में बॉनी ब्लू की गिरफ्तारी! OnlyFans स्टार्स ने लगाए ऐसे आरोप कि इंटरनेट हिल गया!
2018 में सरकार ने मूल विद्यालय में लौटने का अवसर दिया था, जिसके तहत लगभग 1 लाख शिक्षा मित्र वापस आ गए, लेकिन करीब 35 हजार शिक्षा मित्र अपनी नियुक्ति के स्थायी होने की उम्मीद में वापस नहीं आए थे।
नया आदेश: सभी विकल्प खुले
नए शासनादेश में शिक्षा मित्रों को निम्न विकल्प दिए गए हैं:
मूल विद्यालय में वापसी
मूल विद्यालय में पद खाली न होने पर नजदीकी विद्यालय में तैनाती
विवाहित महिला शिक्षा मित्रों को ससुराल के निकट विद्यालय का विकल्प
जो वापस नहीं आना चाहें, उन पर कोई कार्रवाई नहीं
शासन के अनुसार, प्रक्रिया पूरी तरह स्वैच्छिक है और किसी भी शिक्षा मित्र पर कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा।
यह भी पढ़ें: मेरठ: सोशल मीडिया स्टार की गिरफ़तारी, बच्ची को लेकर आपत्तिजनक वीडियो बना, फंसे शादाब जकाती
विभाग ने मांगी थी स्पष्टता, शासन ने दी मंजूरी
मार्च और जून में आदेश जारी होने के बावजूद प्रक्रिया इसलिए शुरू नहीं हो सकी थी क्योंकि विभाग ने कुछ बिंदुओं—विशेष रूप से महिला शिक्षा मित्रों के ससुराल विकल्प—पर शासन से स्पष्टीकरण मांगा था।
अब शासन ने पूरी अनुमति दे दी है और जिलों को प्रक्रिया शुरू करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
35 हजार शिक्षा मित्रों के लिए राहत की उम्मीद
इस आदेश से वे सभी शिक्षा मित्र लाभान्वित होंगे जो:
अपने मूल विद्यालय से दूर हैं
परिवार या बच्चों की शिक्षा के कारण नजदीकी विद्यालय में तैनाती चाहते हैं
विवाहित महिलाएँ जो ससुराल के पास नौकरी करना चाहती हैं
इस फैसले को शिक्षा मित्रों की समस्याओं को कम करने और कार्यस्थल स्थिरता बढ़ाने की दिशा में सरकार का महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
NIA- उपरोक्त खबर के संदर्भ में कोई सुझाव आप editor@newindiaanalysis.com अथवा व्हाटसप नंबर 9450060095 पर दे सकते हैं। हम आपके सुझाव का स्वागत करते हैं। अपना मोबाइल नंबर जरूर साझा करें। NIA टीम के साथी आप से संपर्क करेंगे।




