अयोध्या में पान मसाला-तंबाकू सप्लाई में बड़ा फर्जीवाड़ा पकड़ा गया, कालातीत फर्मों के नाम पर हो रही थी राजस्व चोरी

अयोध्या , NIA संवाददाता।

जिले में पान मसाला और तंबाकू की सप्लाई के नाम पर बड़े फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है। कालातीत (कैंसिल) हो चुकी फर्मों के नाम पर करोड़ों रुपये का गोरखधंधा चल रहा था। जांच में जब मामला खुला तो अधिकारियों के होश उड़ गए। फिलहाल इस पूरे नेटवर्क की जांच नगर कोतवाली पुलिस के हवाले कर दी गई है।

बाराबंकी और अयोध्या टीम की संयुक्त कार्रवाई में पकड़ा गया खेल

बाराबंकी के राज्यकर सचल दस्ते को सूचना मिली थी कि फर्जी बिलिंग के जरिए पान मसाला और तंबाकू की खेप सप्लाई की जा रही है। सूचना पर कार्रवाई करते हुए बाराबंकी की टीम ने अयोध्या के सचल दल को साथ लेकर रुदौली क्षेत्र में हाईवे किनारे एक मालवाहक ट्रक को रोका। चालक से पूछताछ और दस्तावेजों की जांच में कई गड़बड़ियां सामने आईं।

वाहन को कब्जे में लेकर सिविल लाइन स्थित राज्य कर भवन परिसर में लाया गया, जहां गहराई से जांच की गई।

दिल्ली की जगह लखनऊ से लोडिंग, बिलिंग में भी गड़बड़ी

जांच में पता चला कि पान मसाला और तंबाकू की खेप बिहार, बंगाल, तमिलनाडु और कर्नाटक भेजी जानी थी। कागजात में लोडिंग दिल्ली से दिखाई गई थी, जबकि चालक ने बताया कि माल लखनऊ के नादरगंज से लोड किया गया था।
12 इनवाइस और बिल्टी की जांच में पता चला कि पान मसाला का बिल बना था, लेकिन 75,800 पाउच तंबाकू की कोई बिलिंग नहीं की गई थी। कर का समुचित उल्लेख भी नहीं मिला।

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि बिक्री और खरीद से जुड़ी कई फर्मों का पंजीकरण पहले ही रद्द (कैंसिल) किया जा चुका था। साथ ही कर चोरी के लिए अव्वल ग्रेड का माल सेकेण्ड ग्रेड दिखाया गया था।

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मालिक-चालक-ट्रांसपोर्टर पर मुकदमा दर्ज

सचल दल प्रभारी सहायक आयुक्त राज्यकर राम अचल यादव ने मौके से पकड़े गए ट्रक चालक विरेंद्र कुमार (निवासी मदारपुर, बक्शी का तालाब, लखनऊ), उसके मालिक और ट्रांसपोर्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।
एसएसपी के माध्यम से नगर कोतवाली पुलिस ने धोखाधड़ी और कूटरचना की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

सचल दल प्रभारी ने बताया कि मौके से 180 बैग और 62,400 पाउच पान मसाला तथा 75,800 पाउच तंबाकू बरामद किए गए हैं। माल की डिलीवरी गैर-राज्य में होनी थी, लेकिन वाहन को रुदौली क्षेत्र में खड़ा पाया गया।

राजस्व चोरी के बड़े नेटवर्क की जांच शुरू

पुलिस को शक है कि यह किसी बड़े नेटवर्क से जुड़ा गोरखधंधा है। नगर कोतवाल अश्विनी कुमार पांडेय ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जांच के बाद फर्जीवाड़े में शामिल असली चेहरे जल्द सामने आएंगे।

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