विश्व शौचालय दिवस के अवसर पर पंचायती राज निदेशालय में बुधवार को राज्यस्तरीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। समारोह का शुभारंभ पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर, प्रमुख सचिव अनिल कुमार सिंह एवं निदेशक पंचायती राज अमित कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यक्रम में स्वच्छता के विभिन्न आयामों-सामुदायिक शौचालय संचालन, अपशिष्ट प्रबंधन, व्यवहार परिवर्तन गतिविधियों एवं जन-जागरूकता-में बेहतर प्रदर्शन करने वाले जनपदों और ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया गया। उपस्थित लोगों को स्वच्छता का संदेश देने के लिए नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन हुआ।
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सर्वश्रेष्ठ जनपद श्रेणी में गाजियाबाद, रामपुर, हाथरस, श्रावस्ती और फिरोजाबाद को पुरस्कार प्रदान किया गया।
सर्वश्रेष्ठ ग्राम पंचायत के रूप में नदिहार (मिर्जापुर), भरतौल (बरेली), जालबपुर गूदड़ (बिजनौर), रमईपुर (कानपुर नगर) और सरवन तारा (श्रावस्ती) को चुना गया।
कम्यूनिटी सेनेट्री कॉम्पलेक्स श्रेणी में सिजहरी (महोबा), सिमरावारी (झांसी), पिपरिया अगरू (पीलीभीत), मजराजात कासगंज (कासगंज) और वीनापारा (आजमगढ़) को सम्मान प्राप्त हुआ। गोबर्धन प्रोजेक्ट में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कारीपहाड़ी (ललितपुर), टण्डवा महंत (श्रावस्ती) और किरा (रामपुर) को पुरस्कृत किया गया। प्लास्टिक वेस्ट प्रबंधन में सींगनखेड़ा (रामपुर), भमौरा (बरेली) तथा रामगढ़ (सोनभद्र) को पुरस्कार मिला।

मंत्री राजभर ने कहा कि स्वच्छता अभियान ग्रामीण गरिमा और स्वास्थ्य से जुड़ा सामूहिक संकल्प है। ओडीएफ प्लस की दिशा में हुई प्रगति ग्राम पंचायतों और नागरिकों की सहभागिता का परिणाम है।
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प्रमुख सचिव अनिल कुमार सिंह ने कहा कि कम समय में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन सहित कई क्षेत्रों में प्रदेश ने उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल की हैं।
निदेशक अमित कुमार सिंह के अनुसार, गांवों में स्थायी स्वच्छता तभी संभव है जब समुदाय स्वयं प्रयासों का केंद्र बने। उन्होंने बताया कि विभाग आगे भी पंचायतों को तकनीकी व प्रशिक्षण सहयोग उपलब्ध कराता रहेगा।
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