यूपी विधानसभा में हंगामा! गोरखपुर में ‘अभद्र व्यवहार’ पर नेता प्रतिपक्ष गरजे, CM योगी ने किया पलटवार, बोले-आपके कंधे पर बंदूक रखकर…

लखनऊ, एनआईए संवाददाता। 

यूपी विधानमंडल के मॉनसून सत्र के पहले ही दिन सदन रणभूमि बन गया। नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने गोरखपुर के विरासत गलियारे में अपने साथ हुए कथित अभद्र व्यवहार का मुद्दा उठाया और सीधा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा। पांडेय का आरोप, आपके लोग गाड़ी रोककर फाटक खोलने की कोशिश कर रहे थे, काले झंडे-छाते लहराए, गाड़ियों पर हमला हुआ।

CM योगी का जवाब और भी तल्ख़ था, आपके कंधे पर बंदूक रखकर निशाना साधने की कोशिश हो रही है। हमारे समय में विकास हो रहा है, आपके समय में गुंडा टैक्स और दहशत का राज था। उन्होंने कहा कि गोरखपुर में व्यापारियों ने ही समाजवादी पार्टी के खिलाफ विरोध किया, BJP के खिलाफ नहीं।

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जवाब सुनते ही सपा विधायक वेल में कूद पड़े, नारेबाजी शुरू हो गई। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की समझाइश नाकाम रही, जबकि संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया। नतीजा—प्रश्नकाल हंगामे में डूब गया।

नेता प्रतिपक्ष का आरोप

माता प्रसाद पांडेय ने गोरखपुर के विरासत गलियारे में अपने साथ हुए कथित अभद्र व्यवहार का मुद्दा उठाया।

आरोप लगाया कि कुछ लोग (जिनमें अधिकांश बीजेपी कार्यकर्ता नहीं थे) रास्ता रोककर, गाड़ी के फाटक खोलकर खींचने की कोशिश कर रहे थे।

कहा कि उनके आगे चल रही दो गाड़ियां तोड़ दी गईं और काले झंडे न मिलने पर काले छाते लहराए गए।

उन्होंने सवाल उठाया कि यदि ऐसा होगा तो लोकतंत्र कैसे बचेगा।

सीएम योगी का जवाब

कहा कि यह आपके कंधे पर बंदूक रखकर निशाना साधने की कोशिश है।

बताया कि वह क्षेत्र गोरखपुर का पुराना बाजार है, जहां अवैध कब्जे हटाकर सड़क बनाई जा रही है।

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दावा किया कि मुआवजा देने के बाद व्यापारियों ने उनका (सीएम का) स्वागत किया था, लेकिन समाजवादी पार्टी के समय में व्यापारियों पर गुंडा टैक्स लगाया जाता था।

आरोप लगाया कि एसपी सरकार विकास में बाधा डालती रही और व्यापारियों का विरोध राजनीतिक कारणों से नहीं, बल्कि उनके पिछले अनुभवों से था।

सदन में हंगामा

सीएम के बयान के बाद सपा विधायक नारेबाजी में उतर आए, इसे नेता प्रतिपक्ष का अपमान बताया।

विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने कई बार समझाने की कोशिश की, लेकिन सपा विधायक वेल में जाकर हंगामा करते रहे।

संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने इसे राजनीति से प्रेरित मुद्दा बताया और जांच से परहेज़ पर सवाल उठाया।

प्रश्नकाल बाधित

हंगामे के बीच कई विधायकों का नाम पुकारा गया, पर उन्होंने प्रश्न नहीं पूछे।

पल्लवी पटेल ने हालांकि अपना प्रश्न उठाया, देश और प्रदेश में कैंसर के बढ़ते मामलों पर जिसका जवाब डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिया।

इस दौरान भी शोर-शराबा जारी रहा।

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