पटना, एनआईए डिजिटल ब्यूरो।
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पूरी ताकत झोंकने को तैयार हैं। प्रचार के लिए उनका हाईटेक वाहन ‘निश्चय रथ’ पटना पहुंच गया है, जो हरियाणा में तैयार हुआ है।
क्या है ‘निश्चय रथ’ की खासियत?
- वातानुकूलित और हिटर युक्त केबिन
- एडजस्टेबल, आरामदायक सीटें
- छत पर हाइड्रोलिक लिफ्ट के ज़रिए पहुंच
- रैलिंग और फ्लडलाइट से लैस मंच
- पूर्णतः निजी, सुरक्षित और तकनीक-संपन्न
- प्रचार के लिए ऑडियो-विज़ुअल सिस्टम
इस रथ पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की बड़ी तस्वीरें हैं और ‘बहन-बेटियों के सपने साकार, धन्यवाद नीतीश कुमार’ जैसे स्लोगन लिखे गए हैं।
‘सात निश्चय’ का संदेश देगा यह रथ
यह रथ नीतीश सरकार की फ्लैगशिप योजनाओं – ‘सात निश्चय’ को जनता तक पहुंचाने का माध्यम बनेगा। यह योजनाएं महिलाओं की शिक्षा, रोजगार, शौचालय, नल जल योजना, सड़क निर्माण आदि से जुड़ी हैं।
भाजपा का नामो-निशान नहीं
रथ पर सिर्फ जेडीयू के चुनाव चिन्ह, रंग और नारे हैं। भाजपा को प्रचार रथ पर कोई जगह नहीं दी गई है, जिससे एनडीए की अंदरूनी राजनीति को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
क्या कहती है सियासत?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह रथ सिर्फ चुनाव प्रचार का साधन नहीं बल्कि नीतीश कुमार की स्वतंत्र चुनावी रणनीति का संकेत भी है। विशेषकर तब जब एनडीए में सीट बंटवारे पर अभी तक स्थिति स्पष्ट नहीं है।
टिप्पणी
‘निश्चय रथ’ नीतीश कुमार की इमेज बिल्डिंग और योजनाओं की ब्रांडिंग का मोबाइल माध्यम है। इसके ज़रिए वे जनता के बीच सीधा संवाद स्थापित करना चाहते हैं।