शिव व शनि मंदिर धार्मिक स्थल के पास मॉडल शॉप खोलकर नियमों की उड़ी धज्जियां, लेकिन अधिकारियों की नजरें बंद, जनता पूछ रही जवाब।
इंदिरानगर थानान्तर्गत शिव व शनिमंदिर के पास खुले मॉडल शॉप को लेकर उठे विवाद ने अब नया मोड़ ले लिया है। स्थानीय लोगों की नाराज़गी के बाद अब कानून विशेषज्ञ और सामाजिक कार्यकर्ता भी खुलकर सामने आ गए हैं। सबका कहना है कि यह मामला सिर्फ एक दुकान का नहीं, बल्कि नियम-कानून, महिलाओं की सुरक्षा और आस्था के सम्मान से जुड़ा है।
कानून विशेषज्ञों की राय
वरिष्ठ अधिवक्ता आर.के. शुक्ला: “सुप्रीम कोर्ट का आदेश बहुत स्पष्ट है – धार्मिक स्थल और स्कूल से 150 मीटर दूरी पर ही शराब की दुकान हो सकती है। शनिमंदिर के पास दुकान चलना कानून का खुला उल्लंघन है। प्रभावित लोग हाईकोर्ट में जनहित याचिका (PIL) दायर कर सकते हैं और प्रशासन को तुरंत जवाब देना होगा।”
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पूर्व जज वी.एन. पांडेय: “यह सिर्फ प्रशासनिक लापरवाही नहीं, बल्कि मिलीभगत का मामला लगता है। कोर्ट अगर इसमें दखल ले तो जिम्मेदार अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो सकती है।”
सामाजिक कार्यकर्ताओं की प्रतिक्रिया
रीता वर्मा (महिला संगठन की अध्यक्ष): “जब बेटियाँ मंदिर जाने से डरें, तो यह समाज और शासन दोनों की हार है। सरकार को तुरंत इस दुकान को बंद कराना चाहिए और बहन-बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए।”
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सुधीर अग्रवाल (समाजसेवी): “मंदिर के आसपास शराब का धंधा आस्था का अपमान है। यह दुकान प्रशासन की नाकामी का प्रतीक बन गई है। हम लोग मोहल्ले के साथ मिलकर आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं।”
अलका पांडेय (शिक्षिका व सामाजिक कार्यकर्ता): “बच्चियों के स्कूल और धार्मिक स्थल सुरक्षित नहीं होंगे तो समाज किस दिशा में जाएगा? यह सिर्फ इंदिरानगर की नहीं, पूरे प्रदेश की समस्या है।”
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जनता की मांग और दबाव बढ़ा
कानून विशेषज्ञों और समाजसेवियों की राय ने जनता की आवाज़ को और मजबूती दे दी है। अब लोग प्रशासन से पूछ रहे हैं –
क्या सरकार अपनी ही गाइडलाइन का पालन कराएगी?
क्या बहन-बेटियों की सुरक्षा और धार्मिक आस्था पर शराब का धंधा हावी रहेगा?
कब तक पुलिस-आबकारी महकमा इस दुकान को ढाल बनाकर खड़ा रहेगा?
अगला कदम
स्थानीय निवासियों और सामाजिक संगठनों ने मिलकर तय किया है कि वे जल्द ही एक जनसभा करेंगे और सामूहिक ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजेंगे। साथ ही, अगर कार्रवाई नहीं हुई तो हाईकोर्ट में याचिका दाखिल करने की तैयारी शुरू हो चुकी है।
लैंडयूज के दुरुपयोग पर प्रशासन खामोश क्यों?
इंदिरानगर के शनि व शिव मंदिर के पास ही मॉडल शॉप की अनुमति दी गई। मगर लैंडयूज बदले बिना वाणिज्यिक गतिविधि शुरू कर दी गई और नगर निगम खामोश है।