सिटी मॉन्टेसरी स्कूल, कानपुर रोड ब्रांच में आयोजित 26वां अंतरराष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन वैश्विक मुद्दों पर गंभीर चिंतन का मंच बना। 52 देशों के मुख्य न्यायाधीशों, पूर्व प्रधानमंत्री, पूर्व उपराष्ट्रपति, संसद अध्यक्षों और कानूनविदों की उपस्थिति ने कार्यक्रम को विशेष महत्व दिया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उद्घाटन करते हुए कहा कि दुनिया की अधिकांश समस्याओं की जड़ संवाद की कमी है। शाम को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सम्मेलन का डिक्लेरेशन पढ़ा और स्व. जगदीश गांधी को श्रद्धांजलि दी।
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संवाद की कमी वैश्विक संकटों का कारण:सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक पुरानी कहावत आज भी पूरी तरह लागू होती है। अगर पड़ोसी के घर में आग लगी है और आप निश्चिंत हैं, तो कल वही आग आपके घर भी पहुंच सकती है। कोविड महामारी इसका उदाहरण है कि किसी भी संकट की कोई सीमा नहीं होती। योगी ने UN की 80 वर्ष पुरानी घोषणा का उल्लेख करते हुए कहा कि दुनिया को अब साइबर सुरक्षा, ग्लोबल टेररिज्म, और जलवायु परिवर्तन जैसे आधुनिक संकटों पर केंद्रित होने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि डेटा चोरी दुनिया में तेजी से एक बड़े खतरे के रूप में उभर रही है। सरकारी संस्थाएं, कारोबारी सेक्टर और आम नागरिक—तीनों स्तर पर डेटा सुरक्षा चुनौती बनी है।
इससे निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कड़े कानून और तकनीकी सहयोग की आवश्यकता है।
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आतंकवाद पर वैश्विक मुखरता आवश्यक
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो देश आज आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं, कल उसी आग में झुलस सकते हैं। आतंकवाद के डिजिटल नेटवर्क, फंडिंग और प्रचार तंत्र के खिलाफ संयुक्त कार्रवाई जरूरी है। जलवायु परिवर्तन की चुनौती भी उतनी ही गंभीर है, जिसके दुष्प्रभाव पूरी मानवता को प्रभावित कर रहे हैं।
सम्मेलन ने दिया वैश्विक सहयोग का संदेश
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सम्मेलन डिक्लेरेशन पढ़कर वैश्विक न्याय व्यवस्था, शांति और संवाद के महत्व पर जोर दिया। CMS का यह आयोजन बताता है कि विश्व समस्याओं का समाधान केवल सहयोग और सतत संवाद से ही संभव है।
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