छांगुर बाबा 5 दिन की ईडी रिमांड पर, 100 करोड़ की संपत्ति की जांच

लखनऊ/बलरामपुर,एनआईए संवाददाता।

उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां जमालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा द्वारा संगठित धर्मांतरण गिरोह चलाए जाने का खुलासा हुआ है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और एटीएस की संयुक्त कार्रवाई में सामने आया कि बाबा ने विदेशी फंडिंग के जरिए 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति खड़ी कर ली थी। अब कोर्ट के आदेश पर छांगुर बाबा को पांच दिन की ईडी रिमांड पर भेजा गया है।

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 क्या है पूरा मामला?

जांच एजेंसियों को मिले पुख्ता सबूतों के मुताबिक, छांगुर बाबा ने उतरौला और आसपास के इलाकों में धर्मांतरण कराने का संगठित गिरोह खड़ा कर रखा था।
इस नेटवर्क में कई स्थानीय लोग, महिलाएं, लड़कियां और कव्वाली टीम तक शामिल थी, जो गैर-मुस्लिमों को इस्लाम में परिवर्तित करने का काम करती थीं।

 विदेशी फंडिंग से खड़ा हुआ काला साम्राज्य

  • ईडी की अब तक की जांच में खुलासा हुआ है कि छांगुर को इस्लामिक देशों से करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए गए।
  • इन पैसों से छांगुर ने और उसके सहयोगियों ने बलरामपुर, उतरौला, गोंडा और बहराइच में करीब ₹75 करोड़ से अधिक की 10 बड़ी संपत्तियां खरीदीं।
  • इनमें जमीन, शोरूम, प्लॉट और अन्य व्यवसायिक संपत्तियां शामिल हैं।

 छापेमारी और जब्ती की कार्रवाई

  • एटीएस और ईडी की टीमों ने 12 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी।
  • कई डिजिटल सबूत, दस्तावेज और लेनदेन से जुड़े रिकॉर्ड जब्त किए गए हैं।
  • एजेंसियों ने इन संपत्तियों को जब्त करने और बुलडोजर कार्रवाई की योजना बनाई है।

 3000 से ज्यादा संदिग्ध सहयोगी रडार पर

  • एटीएस को पता चला है कि छांगुर के गिरोह को करीब 3000 लोगों की प्रत्यक्ष या परोक्ष मदद मिल रही थी।
  • इनमें से 18 प्रमुख सहयोगियों की पहचान की जा चुकी है।
  • बाकी लोगों की भूमिका की कुंडली खंगाली जा रही है, कई को नोटिस भी भेजे गए हैं।

महिलाओं और कव्वाली टीम की भूमिका

  • धर्मांतरण में शामिल महिलाएं और लड़कियां, छांगुर के इशारे पर लक्ष्य लोगों को भावनात्मक रूप से प्रभावित करती थीं।
  • उसका भतीजा सबरोज, कव्वाली गैंग का प्रमुख था, जो कव्वाली के जरिए धर्म परिवर्तन के लिए मानसिक रूप से तैयार करता था।
  • शनिवार को सबरोज के घर पर बुलडोजर कार्रवाई भी की गई है।

 आगे क्या?

प्रवर्तन निदेशालय अब धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत कार्रवाई आगे बढ़ा रही है।  एटीएस भी यूएपीए (Unlawful Activities Prevention Act) जैसे गंभीर धाराओं के तहत केस दर्ज करने की तैयारी में है। अभी और गिरफ्तारियां और जब्ती की कार्रवाई हो सकती है।

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इस रिपोर्ट से जुड़े बिंदु:

  • मामला राष्ट्र सुरक्षा और सामाजिक सौहार्द से जुड़ा
  • धर्मांतरण गतिविधियों पर कड़ा कानूनन शिकंजा
  • राजनीतिक और सामाजिक स्तर पर हलचल तेज़

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