करप्ट मीरजापुर के जिला समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत्र सिंह निलंबित

लखनऊ, एनआईए संवाददाता।
मीरजापुर के जिला समाज कल्याण अधिकारी त्रिनेत्र सिंह को राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना में करोड़ों रुपये के घोटाले के आरोपों में निलंबित कर दिया गया है। यह कार्रवाई उनके प्रयागराज में कार्यकाल के दौरान सामने आए गंभीर आरोपों और जांच रिपोर्ट में प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने के आधार पर की गई है।

समाज कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव एल. वेंकटेश्वर लू ने त्रिनेत्र सिंह को निलंबित करते हुए उन्हें निदेशालय से संबद्ध कर दिया है।

क्या है राष्ट्रीय पारिवारिक लाभ योजना?

यह योजना गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वाले परिवारों के लिए है, जिनके मुखिया की मृत्यु हो जाती है। ऐसी स्थिति में परिवार को सरकार की ओर से 30,000 की एकमुश्त वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है।

कैसे सामने आया घोटाला?

प्रयागराज निवासी अनुभव श्रीवास्तव ने समाज कल्याण मंत्री को 54 पन्नों का विस्तृत शिकायती पत्र भेजा था। शिकायत में आरोप था कि त्रिनेत्र सिंह ने प्रयागराज में तैनाती के दौरान इस योजना में व्यापक स्तर पर अपात्र लाभार्थियों को पैसा बांटकर घोटाला किया।

इसी तरह प्रयागराज के अधिवक्ता ओ.पी. मिश्रा ने भी योजना में गड़बड़ी को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी। मिश्रा की शिकायत पर प्रयागराज मंडल के उप निदेशक को जांच सौंपी गई थी। जांच में फूलपुर तहसील के 21 लाभार्थियों में से 20 और करछना तहसील के 154 लाभार्थियों में से 98 को अपात्र पाया गया।

वहीं, अनुभव श्रीवास्तव की शिकायत की जांच हापुड़ के राजकीय आईएएस-पीसीएस कोचिंग केंद्र के संयुक्त निदेशक को सौंपी गई थी। दोनों जांच रिपोर्टों के आधार पर सरकार ने कार्रवाई की।

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