Covid-19 इस बार पानी के जरिये तबाही मचायेगा कोरोना, रहें सतर्क, WHO का बड़ा खुलासा
मुंबई : Corona in water, WHO revealed : कोरोना महामारी की शुरुआत के दौरान ही एक्सपर्ट्स ने बता दिया था कि ये कभी नहीं खत्म होने वाली बीमारी है. कोरोना वायरस हमेशा अपना रूप बदलता रहेगा. एक्सपर्ट्स ने यह भी कहा था कि समय के साथ यह कमजोर होता जाएगा लेकिन यह खत्म होगा.. ये कह पाना मुश्किल है. एक्सपर्ट्स की कही बातें सही भी साबित हो रही हैं. अब भी पूरी दुनिया में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं. गंभीर बीमारियों से ग्रसित मरीजों की कोरोना वायरस से मौत भी हो रही है. अब WHO ने कोरोना वायरस को लेकर एक बड़ा अपडेट दिया है.
पानी में मिला कोरोना वायरस
पिछले एक महीने में कोरोना के नए वेरिएंट के 9 अलग-अलग सीक्वेंस मिले हैं. हाल ही में WHO ने 17 अगस्त को कोरोना के BA.2.86 को निगरानी में रखा था. यूरोप, अफ्रीका और अमेरिका के रीजन से इस वेरिएंट के 9 अलग-अलग सीक्वेंस मिले हैं. हालांकि इस वेरिएंट से किसी तरह की मौत की खबर नहीं है लेकिन थाईलैंड और स्विट्जरलैंड में पानी में BA.2.86 कोविड वेरिएंट पाया गया है. हालांकि ये वेरिएंट अंडर मॉनिटरिंग है. यानी कोरोना का ऐसा प्रकार जो ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचाता लेकिन पानी में इसके पाए जाने के बाद सावधानी बरती जा रही है.
भारत में भी मिल रहे केस
एशियाई देशों में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले थाईलैंड से मिल रहे हैं. पिछले एक महीने में 1366 केस रिपोर्ट हुए हैं. इसके बाद भारत से 1335 और बांग्लादेश से एक महीने में1188 नए मामले रिपोर्ट हुए हैं. हालांकि भारत में इसी सप्ताह कोरोना को लेकर एक हाईलेवल मीटिंग की गई है. जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री कार्यालय से की गई. और कोरोना के वेरिएंट पर निगरानी बढ़ाने की बात की गई.
ये वेरिएंट तेजी से फैल रहे
इस वक्त दुनिया में XBB.1.16 और EG.5 दो वेरिएंट सबसे ज्यादा फैले हुए हैं. XBB.1.16 कुल 106 देशों में पाया गया है और EG.5 कुल 53 देशों में पाया गया है. कोरोनावायरस अब महामारी नहीं रहा लेकिन कोरोना के केस से होने वाली चिंता अभी भी बनी हुई है. साथ ही ये डर भी बना हुआ है कि कहीं कोरोना का कोई वेरिएंट खतरनाक रुप लेकर फिर से तबाही ना फैला दे.
हर देश शेयर कर रहा है डेटा
इसीलिए विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक बार फिर रेगुलर अपडेट शेयर करने शुरु किए हैं और सभी देशों से डाटा अपडेट करने को कहा है. पिछले एक महीने तक दुनिया के केवल 11% देश ही डाटा शेयर कर रहे थे लेकिन अब 44% देशों ने डाटा शेयर करना शुरु कर दिया है. 234 देशों में से 103 देशों ने डाटा शेयर किया है. और हर देश से औसतन एक कोरोना केस पिछले एक महीने में रिपोर्ट हुआ है. हालांकि WHO के मुताबिक ये नंबर काफी कम है क्योंकि आधी दुनिया से डाटा आ ही नहीं रहा है. लिहाजा कोरोना के मामलों से इंकान नहीं किया जा सकता है.
दुनिया में कोरोना का पॉजिटिविटी दर आठ फीसदी
जितना डाटा मौजूद है उसके मुताबिक दुनिया में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट 8% है. कोरिया, ऑस्ट्रेलिया, यूके और इटली में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले रिपोर्ट हो रहे हैं. 234 देशों में से 27 देशों में कोरोना के 49,380 मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं. 22 देशों में 646 लोग आईसीयू में भर्ती हैं. हालांकि पिछले एक महीने में अस्पतालों में भर्ती मरीजों की जानकारी देने वाले देशों की संख्या केवल 12% है. इसलिये आप लोग सावधानी बरतें और सतर्क रहें.