लखनऊ।
रायबरेली की सीट से सोनिया गांधी द्वारा अगला चुनाव न लड़ने की घोषणा के बाद अगले कांग्रेस प्रत्याशी को लेकर अटकलें तेज हो गयी हैं। एक तरफ प्रियंका गांधी के चुनाव लड़ने की जानकारी आ रही है तो दूसरी तरफ राहुल गांधी के वहां से लड़ने की संभावनाएं बढ़ती जा रही हैं। इसका कारण है कि केरल में वामदल से चल रही कांग्रेस की अनबन।
कांग्रेस के विश्वस्त सूत्रों के अनुसार वामदल ने इस बार केरल में अपना उम्मीदवार उतारने के संकेत दे दिये हैं। ऐसे में राहुल गांधी के लिए वायनाड की सीट निकालना भी मुश्किल हो सकता है। वहां वामदल द्वारा यदि कोई उम्मीदवार उतारा जाता है तो राहुल गांधी के लिए रायबरेली की सीट सुरक्षित मानी जा रही है। ऐसी स्थिति में यहां से प्रियंका गांधी वाड्रा चुनाव नहीं लड़ेंगी। सोनिया गांधी के वारिस के रूप में राहुल गांधी ही चुनाव लड़ेंगे।
कांग्रेस के एक उच्च पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि वैसे भी सोनिया गांधी के वारिस का सवाल है। जो भी वहां से लड़ेगा। वह सोनिया गांधी की खाली की हुई सीट का प्रतिनिधित्व करेगा। आमजन में यह संदेश जाएगा कि सोनिया ने अपनी सीट प्रियंका गांधी या राहुल को दी। इस स्थिति में राहुल गांधी ही भारी पड़ेंगे, क्योंकि सोनिया गांधी भी राहुल को ही आगे बढ़ाना चाहती हैं।
यह तो तय है कि उप्र से गांधी परिवार बिल्कुल नाता तोड़ नहीं सकता। राहुल और प्रियंका में कोई न कोई यहां से चुनाव लड़ेगा। इस बात पर भी कांग्रेस सोच रही है कि प्रियंका गांधी पिछले दो चुनावों से उप्र में सर्वाधिक सक्रिय रही हैं। उस समय कार्यकर्ताओं में काफी जोश भी दिखा था। इसके बावजूद कांग्रेस की सीटें और वोट प्रतिशत कम हो गये। उनका उप्र चुनाव प्रचार में कुछ भी करिश्मा देखने को नहीं मिला। ऐसे में राहुल गांधी को ही आगे बढ़ाना उपयुक्त है।