राजस्थान के अजमेर में जेएलएन अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टरों ने किया दो घंटे कार्य बहिष्कार
अजमेर। अजमेर के जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय के रेजीडेंट चिकित्सकों ने सोमवार सुबह 9 से 11 बजे दो घंटे कार्य का बहिष्कार कर राज्य सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगाया। रेजीडेंट डॉक्टरों ने? कोलकाता के आरजी हॉस्पिटल के चिकित्सकों की ममता बनर्जी सरकार के खिलाफ लड़ाई का भी समर्थन किया।
जेएलएन अस्पताल के रेजीडेंट डॉक्टर्स प्रतिनिधि डॉ दिलराज मीणा ने बताया कि उन्होंने केंद्र व राज्य व्यापी आह्वान पर सोमवार को दो घंटे का कार्य बहिष्कार किया है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार से 50 दिन पूर्व जो भी समझौता हुआ था राज्य सरकार ने अभी तक उनमें से किसी पर भी अमल नहीं किया है। डॉ मीणा ने बताया कि उनकी मांगों में चिकित्सकों की सुरक्षा, स्टाइपेण्ड, तनख्वाह, साफ—सफाई, विभिन्न 12 विषयों में जेएस और एसएस की पोस्ट क्रिएट करने आदि शामिल हैं।
सरकार ने पूर्व में जब समझौता किया था उसे आज तक लागू नहीं किया। प्रदेश के रेजीडेंट डॉक्टरों ने इस सरकार की वादा खिलाफी करार दिया है और आगे आंदोलन करने का निर्णय किया है। उन्होंने बताया कि इसके अलावा कोलकाता में महिला चिकित्सक के साथ रेप और हत्या के मामले में भी वहां की ममता बनर्जी सरकार ने वादाखिलाफी की है। वहां के रेजीडेंट डॉक्टर न्याय के लिए संघर्ष कर रहे हैं वे अपना समर्थन उन्हें व्यक्त कर रहे हैं।
भविष्य में जब भी राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर कॉल होगा वे आंदोलन की राह पर होंगे।सोमवार को चिकित्सकों की हड़ताल से मरीजों को सुबह काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। अस्पताल में आउटडोर में रोगियों की लम्बी कतारे लग गई।