शनि और शिव मंदिर के पास खुले लैंडयूज चेंज किये बगैर खुले मॉडल शॉप के खिलाफ अब जनता ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया है। प्रशासन और आबकारी विभाग की चुप्पी ने लोगों के गुस्से को भड़का दिया है। मोहल्लेवासियों और भक्तों ने कहा है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे सड़कों पर उतरेंगे और यह मामला सीधे हाईकोर्ट तक ले जाया जाएगा।
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जनसभा में लिया गया फैसला
स्थानीय लोगों और सामाजिक संगठनों की एक संयुक्त बैठक में तय किया गया कि अब सिर्फ शिकायतों तक सीमित नहीं रहा जाएगा।
मंदिर परिसर से आंदोलन की शुरुआत की जाएगी।
महिलाओं और युवाओं की अगुवाई में शांतिपूर्ण जुलूस निकाला जाएगा।
जिलाधिकारी और मुख्यमंत्री को सामूहिक ज्ञापन भेजा जाएगा।
अगर दुकान बंद नहीं हुई तो जनहित याचिका (PIL) दाखिल कर मामले को हाईकोर्ट में ले जाया जाएगा।
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जनता का गुस्सा ज़ुबानी
रीता वर्मा (महिला संगठन): “बहुत सह लिया, अब बेटियों की सुरक्षा और आस्था के सवाल पर हम चुप नहीं बैठेंगे। आंदोलन हमारा हथियार होगा।”
अजय कुमार सिंह (स्थानीय निवासी): “प्रशासन ने आँखें मूँद ली हैं। अब हम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएँगे और सत्य को सामने लाएँगे।”
छात्रा नेहा शर्मा: “मंदिर जाने से डर लगने लगा है। अगर सरकार हमारी सुरक्षा नहीं कर सकती तो हमें खुद अपनी लड़ाई लड़नी होगी।”
कानूनी विशेषज्ञों का कहना
अधिवक्ता आर.के. शुक्ला: “अगर जनता PIL दायर करती है तो अदालत इस मामले को गंभीरता से लेगी। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के उल्लंघन पर न सिर्फ दुकान, बल्कि जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है।”
अभियान जारी
हमने इस मामले को जनता की आवाज़ बनाकर सामने रखा और अब जनता भी संगठित होकर मैदान में उतर रही है। यह लड़ाई सिर्फ एक लैंडयूज से जुड़ी नहीं, बल्कि महिलाओं की सुरक्षा और धार्मिक आस्था की रक्षा की है।
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