शिव और शनिमंदिर के पास खुले मॉडल शॉप से भड़के लोग, पुलिस-आबकारी महकमे की सांठगांठ उजागर
राजधानी के पुराने इंदिरानगर थानाक्षेत्र में शनि और शिव मंदिर के ठीक पास खुले मॉडल शॉप ने लोगों की आस्था और सुरक्षा दोनों को चोट पहुँचाई है। एक ओर श्रद्धालु महिलाएँ व बेटियाँ मंदिर में पूजा करने आती हैं, दूसरी ओर शराबियों की भीड़ मंदिर परिसर के बाहर अश्लील हरकतों और छेड़खानी में लगी रहती है।
लोगों का कहना है कि पुलिस और आबकारी महकमा शराब माफियाओं की जेब में हैं, तभी सुप्रीम कोर्ट और सरकार के नियमों की धज्जियाँ उड़ाकर यह दुकान धड़ल्ले से चल रही है।
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जनता की आवाज़
“बेटियों को लेकर मंदिर जाना अब खतरे से खाली नहीं है। शाम को शराबियों के बीच से निकलना सजा बन गया है।” – संगीता शर्मा, स्थानीय महिला
“मंदिर का पवित्र स्थल पंजीकरण के कागजों का मोहताज नहीं है। यह आस्था का प्रश्न है, लेकिन अधिकारी सिर्फ बहाने बना रहे हैं।” – अजय कुमार सिंंह
“अगर दुकान नहीं हटाई गई तो हम सड़क पर उतरेंगे और हाईकोर्ट का दरवाज़ा भी खटखटाएँगे।” – अरविंद सिंह, निवासी
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नियम क्या कहते हैं?
✔ धार्मिक स्थल और स्कूल से शराब की दुकान कम से कम 150 मीटर दूर होनी चाहिए।
✔ हाईवे से दूरी 500 मीटर तय है।
✔ छोटे कस्बों (जनसंख्या 20,000 से कम) में यह दूरी 220 मीटर है।
✔ यूपी सरकार की गाइडलाइन: धार्मिक स्थलों के पास शराब की दुकान को अनुमति नहीं।
➡ लेकिन शिव और शनिमंदिर के पास यह दुकान इन सभी नियमों का उल्लंघन करती हुई चल रही है।
सवाल प्रशासन से
जब सुप्रीम कोर्ट और सरकार के आदेश स्पष्ट हैं तो यह दुकान अब तक क्यों बंद नहीं हुई?
क्या पुलिस-आबकारी महकमा शराब कारोबारियों के साथ मिलकर जनता की आस्था और सुरक्षा से खिलवाड़ कर रहा है?
बहन-बेटियों की सुरक्षा पर योगी सरकार के वादे कहाँ खो गए?




