मराठा आरक्षण आंदोलन की आग तनावपूर्ण, मगर नियंत्रण में
मुंबई : मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान भड़की हिंसा के बाद फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है. बीड के पुलिस अधीक्षक नंदकुमार ठाकुर ने बताया कि स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है. उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान मचे उपद्रव के बाद प्रदर्शनकारियों के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अब तक 49 आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया गया है.उन्होंने कहा कि कल रात से बीड में कानून-व्यवस्था की कोई समस्या नहीं है. सभी दुकानें और बाजार बंद हैं. फिलहाल बीड में इंटरनेट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.शांति भंग करते हुए पाए जाने वाले किसी भी उपद्रवी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल से टेलीफोन पर बातचीत की.बातचीत के दौरान सीएम शिंदे ने जारांगे पाटिल के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली और मराठा समुदाय को आरक्षण देने को लेकर दोनों के बीच सकारात्मक चर्चा हुई. सीएम शिंदे ने जारांगे पाटिल से कहा कि मराठा समुदाय को कुनबी सर्टिफिकेट देने को लेकर आज की कैबिनेट में ठोस फैसला लिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि मराठा आरक्षण के मुद्दे को कानूनी रूप से हल करना जरूरी है और इसके लिए सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में क्यूरेटिव याचिका दायर की है.
लगाया गया है कर्फ्यू
बीड के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बीड कलेक्टर दीपा मुधोल मुंडे द्वारा जारी आदेश के अनुसार, कलेक्टर कार्यालय, तालुकाओं के मुख्य कार्यालयों के साथ-साथ जिले से गुजरने वाले सभी राष्ट्रीय राजमार्गों से 5 किलोमीटर की परिधि में कर्फ्यू लागू किया गया है. पुलिस ने पहले कहा था कि सोमवार सुबह, बीड जिले के माजलगांव शहर में राकांपा (अजित पवार समूह) विधायक प्रकाश सोलंके के आवास में आग लगा दी गई और आरक्षण आंदोलनकारियों के एक समूह ने उस पर पथराव किया.
प्रदर्शनकारियों ने विधायक के घर भी की थी तोड़फोड़
विधायक के एक ऑडियो क्लिप के वायरल होने के बाद आंदोलनकारियों के समूह ने विधायक प्रकाश सोलंकी के आवास पर खड़ी एक कार को भी आग लगा दी. ऑडियों क्लिप में विधायक ने कथित तौर पर मराठा आरक्षण आंदोलन के बारे में बात की थी और अनशन कर रहे कोटा कार्यकर्ता मनोज जारांगे पर परोक्ष टिप्पणी की थी. विधायक के घर पर आगजनी के बाद मराठा आरक्षण कार्यकर्ताओं का एक समूह वहां से तितर-बितर हो गया और बाद में माजलगांव नगर परिषद भवन की पहली मंजिल पर आग लगा दी और तोड़फोड़ की. मराठा आरक्षण कार्यकर्ताओं के एक समूह ने सोमवार शाम बीड शहर में राकांपा विधायक संदीप क्षीरसागर के आवासीय परिसर और कार्यालय में घुसकर आग लगा दी.
बीते 25 अक्टूबर से जारी है भूख हड़ताल
एक अन्य घटना में, प्रदर्शनकारियों ने बीड शहर में राज्य के पूर्व मंत्री जयदत्त क्षीरसागर के आवास को आग लगा दी और पथराव किया. मराठा आंदोलनकारियों की भीड़ एनसीपी (अजित पवार गुट) नेता अमरसिंह पंडित के आवास के बाहर भी जमा हो गई थी और पुलिस ने उन्हें तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े. हिंसा और आगजनी ऐसे समय में हुई जब मराठा कोटा कार्यकर्ता मनोज जारांगे आरक्षण की मांग के समर्थन में 25 अक्टूबर से जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव में अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल जारी रखे हुए हैं. मराठा समुदाय के सदस्य ओबीसी श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.