जानें वृंदावन के प्रेमानंद महाराज के बारे में

धार्मिक डेस्क: मथुरा वृंदावन के प्रेमानंद महाराज के विषय में जानने के लिए लोगों में काफी उत्सुकता और जिज्ञासा रहते है। वह कौन हैं? कहां से आये? उनकी उम्र क्या है? उनकी किडनी कब से खराब है? इस तरह के ढेरो प्रश्न जो आपके मन में विचरण कर रहे हैं। उनके बारे में आप इस लेख के माध्यम से जान सकते हैं।

प्रेमानंद महाराज की उम्र कितनी है?
उनकी उम्र फिलहाल 60 साल है। वह आज भी हर दिन सुबह 3 बजे वृंदावन की 10 से 12 किलोमीटर की परिक्रमा करते हैं। प्रेमानंद जी महाराज हाल ही में सोशल मीडिया पर तब चर्चाओं में आए जब भारतीय क्रिकेटर विराट कोहली अपनी पत्नी और एक्ट्रेस अनुष्का शर्मा और बेटी के साथ उनका दर्शन करने गए थे।

कब से खराब है प्रेमानंद महाराज की किडनी?
आमतौर पर यह बीमारी 30 साल की उम्र के बाद शुरू होती है। इस बीमारी की वजह से किडनियां डैमेज होने लगती हैं और इसकी वजह से किडनी फेलियर की समस्या होती है। किडनी फेलियर के बाद मरीज को डायलिसिस पर रखा जाता है। प्रेमानंद जी महाराज भी किडनी फेलियर के बाद डायलिसिस पर रहते हैं।

कैसे मिलें प्रेमानंद जी महाराज से ?
प्रेमानंद जी महाराज से मिलने के लिए आपको वृंदावन में आना पड़ता है और वृंदावन आकर आपको किसी भी एक होटल में रुकना पड़ेगा क्योंकि आप इंस्टेंट आकर आप मिल नहीं सकते। आपको दो-तीन दिन रुकना पड़ेगा आपको उनका दर्शन करना है तो उनका जो आश्रम है श्री हित राधा के लिए कुंज वह परिक्रमा मार्ग में आपको उनका दिख जाएंगे।

प्रेमानंद महाराज जी का असली नाम क्या है?
प्रेमानंद जी महाराज का जन्म उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ। प्रेमानंद जी के बचपन का नाम अनिरुद्ध कुमार पांडे है। इनके पिता का नाम श्री शंभू पांडे और माता का नाम श्रीमती रामा देवी है।

वृंदावन महाराज का नाम क्या है?
श्री प्रेमानंद महाराज जी का नाम राधा रानी के परम भक्तों में से एक हैं। जो भक्त इनके सतसंग को मन लगाकर सुनता है। उन्हें अवश्य ही राधारानी के दर्शन हो जाते हैं। परम पूज्य प्रेमानंद माहाराज जी का जन्म कानपुर के एक गांव सरसों में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था।

प्रेमानंद जी महाराज कहां रहते हैं?

श्री हित हरि बल्लभ राधा बल्लभ संप्रदाय के संत श्री राधा वल्लभ जी के भक्त हैं। महाराज श्री टेर कदम्ब पर बने आश्रम में रहते हैं। प्रेमानंद महाराज हर सुबह यमुना दर्शन करने के बाद रात्रि 2:00 से सत्संग करते हैं और फिर भक्तों से बातचीत भी करते हैं। उनके प्रवचन सोशल मीडिया पर आजकल छाए हुए हैं।

प्रेमानंद महाराज जी से दीक्षा कैसे लें?
अगर आप प्रेमानंद जी महाराज से गुरु दीक्षा लेना चाहते हैं तो आपको उनके आश्रम जाना होगा और वहां उनके शिष्य से इस विषय पर बात करनी होगी। इसके बाद आपके इस विचार को प्रेमानंद जी महाराज तक पहुंचाया जायेगा और अगर वो इस बारे में पूछेंगे तब ही आपको दीक्षा मिलेगी।

प्रेमानंद महाराज जी का आश्रम कौन सा है?
श्री हित हरि बल्लभ राधा बल्लभ संप्रदाय के संत श्री राधा वल्लभ जी के भक्त हैं। महाराज श्री टेर कदम्ब पर बने आश्रम में रहते हैं। प्रेमानंद महाराज हर सुबह यमुना दर्शन करने के बाद रात्रि 2:00 बजे से सत्संग करते हैं और फिर भक्तों से बातचीत भी करते हैं। उनके प्रवचन सोशल मीडिया पर आजकल छाए हुए हैं।

वृंदावन का सबसे पुराना मंदिर कौन सा है?
श्री पर्यावरण बिहारी जी का मंदिर बड़े प्राचीन हैं । इसके अतिरिक्त यहाँ श्री राधारमण, श्री राधा दामोदर, राधा श्याम सुंदर, गोपीनाथ, गोकुलेश, श्री कृष्ण बलराम मन्दिर, पागलबाबा का मंदिर, रंगनाथ जी का मंदिर, प्रेम मंदिर, श्री कृष्ण प्रणामी मन्दिर, अक्षय पात्र, वैष्णो देवी मंदिर।

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