लखनऊ। यूपी में अयोध्या राम मंदिर पर अभी भी सियासत जारी है। समाजवादी पार्टी ने एक बार फिर राम मंदिर दर्शन के निमंत्रण पर किनारा कर लिया है। भाजपा के अयोध्या दर्शन के जवाब में 11 फरवरी को अखिलेश यादव अपने दर्जनों सपा विधायकों के साथ इटावा के केदारेश्वर मंदिर के दर्शन करने जा सकते हैं। रविवार देर शाम सपा प्रमुख अखिलेश यादव अपने विधायकों के साथ में लखनऊ से रवाना होंगे।
इटावा में लाइन सफारी के पास केदारेश्वर मंदिर फिलहाल निर्माणधीन है। उत्तराखंड के केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर केदारेश्वर मंदिर बन रहा है। दरअसल, 11 फरवरी को यूपी के विधायकों को श्रीराम मंदिर में दर्शन को अयोध्या जाने के लिए निमत्रंण दिया गया है। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने मंगलवार को सदन में स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री की ओर से वह विधायकों को अयोध्या चलने के लिए निमंत्रण दे रहे हैं, लेकिन किसी सदस्य का अयोध्या चलना बाध्यकारी नहीं है। इसके बाद सपा सदस्यों के बयान सामने आए। रामलला दर्शन के निमंत्रण को समाजवादी पार्टी ने ठुकरा दिया है। सपा के महासचिव शिवपाल ने 11 फ़रवरी को अयोध्या जाने से इनकार कर दिया है। शिवपाल यादव ने कहा कि 11 तारीख को हमारा कोई औचित्य नहीं बनता है वहां जाने का। इसके बाद आज समाजवादी पार्टी ने इटावा के केदारेश्वर मंदिर जाने का फैसला लिया है। सपा के मुखिया अपने विधायकों के साथ इटावा के इस शिव मंदिर में 11 फरवरी को दर्शन- पूजन करने का निर्णय लिया है। सपा के सभी विधायक बस से इटावा के लिए रवाना होंगे। मंदिर में दर्शन पूजन के बाद पार्टी के सभी विधायक मंदिर दर्शन के बाद लायन सफ़ारी भी जाएंग