हेल्थडेस्क: सेहतमंद रहने के लिए स्वस्थ आहार और शारीरिक गतिविधि के साथ-साथ एक अच्छी और सही स्वास्थ्य सेवा भी बेहद जरूरी है. मरीजों को सही सलाह देने से लेकर उनका सही इलाज करने तक और उनके लिए दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने तक, फार्मासिस्ट समाज में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं. फार्मासिस्ट की इसी भूमिका को उजागर करने और चिकित्सा पेशेवरों को सम्मानित करने के मकसद से हर साल विश्व फार्मासिस्ट दिवस यानी वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे मनाया जाता है. आइए जानते हैं क्या है इस दिन का इतिहास और इसका महत्व-
यह है फार्मासिस्ट डे का इतिहास
इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन (FIP) काउंसिल की स्थापना के मौके पर हर साल वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे मनाया जाता है. दरअसल, साल 1912 में इस फेडरेशन काउंसिल की स्थापना की गई थी. जिसके बाद साल 2009 में इस्तांबुल, तुर्की में वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ फार्मेसी एंड फार्मास्युटिकल साइंसेज में, इंटरनेशनल फार्मास्युटिकल फेडरेशन (एफआईपी) काउंसिल ने दिन को मनाने का एलान किया.
इसलिए मनाया जाता है फार्मासिस्ट डे
विश्व फार्मासिस्ट दिवस मनाने का मकसद फार्मासिस्ट की अहम भूमिका को उजागर करना और चिकित्सा पेशेवरों को सम्मानित करना है. यह दिन फार्मेसी के लिए सहायक समाजों में अपनी उपलब्धियों का जश्न मनाने का एक अवसर है. साथ ही यह स्वास्थ्य में सुधार के लिए इसके मूल्य और आगे की क्षमता को ज्ञात करने का भी एक अवसर है.
आज है वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे
समाज में फार्मासिस्ट की अहम भूमिका को उजागर करने के मकसद से यह दिन हर साल 25 सितंबर को मनाया जाता है. इस साल वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे सोमवार को मनाया जा रहा है.
वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे का महत्व
इस दिन प्रत्येक व्यक्ति को उचित स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने में फार्मासिस्ट्स द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में लोगों को जागरूक किया जाता है. इस खास दिन स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपना अहम योगदान देने के लिए फार्मासिस्ट्स को सम्मानित किया जाता है. इस दिन को मनाने का सबसे अच्छा तरीका फार्मासिस्ट्स के प्रयास को पहचानना और वे हमारे लिए जो भी कर रहे हैं, उसके लिए उन्हें धन्यवाद देना है.World Pharmacists Day 2023