बिना रिश्वत नहीं हो रहा काम : अखिलेश
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा है कि भाजपा लोकतंत्र को कमजोर करने में लगी है और उसके मातृ संगठन आरएसएस का एजेंडा लोकतंत्र की आड़ में तानाशाही थोपना है। इन दोनों की कोशिश है कि विधानसभा के उपचुनाव में साजिश कर जैसे-तैसे लोकतंत्र की पवित्रता भंग की जाए। भाजपा में सत्ता संघर्ष छिड़ा हुआ है। इस कारण राज्य में प्रशासनिक व्यवस्था छिन्न-भिन्न हो रही हैं। अखिलेश ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी भाजपा की इन साजिशों से सतर्क है और उनके किसी भी इरादे को सफल नहीं होने देगी।
जनता भी भाजपा को करारी शिकस्त देने के लिए मन बना चुकी है। स्थिति यह है कि थाना, तहसील और दूसरे विभागों में जनता भटक रही है, बिना रिश्वत कोई काम नहीं हो रहा है। जनता त्रस्त है। भ्रष्टाचार अपनी चरम सीमा पर है। उन्होंने कहा कि लगभग आठ वर्ष में भाजपा ने सरकार में रहते हुए विकास का कोई काम नहीं किया है। विकास भाजपा सरकार में पूरी तरह ठप्प है। भाजपा की सरकार में नौजवानों को धोखा मिला है।
उनकी रोटी-रोजगार के प्रति सरकार जरा भी फिक्रमंद नहीं है। उनका भविष्य अंधकार में है। नौकरियों में छंटनी हो रही है। समाजवादी पार्टी सामाजिक न्याय, जातीय जनगणना के लिए प्रतिबद्ध है। पीडीए पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यकों, महिलाओं, गरीबों की साझा ताकत के आगे भाजपा कहीं भी टिक नहीं सकती है। भाजपा तो जनता के जनादेश को कुचल कर सत्तासीन है। विधानसभा उपचुनाव और 2027 के विधानसभा के आम चुनाव में अब जनता जनार्दन भाजपा का सूपड़ा साफ करने को तैयार है।