उत्तर प्रदेश के विंध्य क्षेत्र में गुरु पूर्णिमा पर गुरु आश्रमों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गये
मिर्जापुर। उत्तर प्रदेश के विंध्य क्षेत्र में गुरु पूर्णिमा के पावन पर्व पर गुरु आश्रमों में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। हाल ही में हाथरस कांड़ के बाद जिला प्रशासन अलर्ट मोड़ पर है। किसी भी तरह की स्थिति न पैदा हो इसके लिए प्रशासन फूंक फूंक कर कदम उठा रहा है।
जिला प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। खुद जिला पुलिस अधीक्षक अभिनंदन ने व्यवस्था की डोर संभाल रखी है। उन्होंने बताया कि किसी भी स्थिति में भगदड़ न हो इसके पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुरक्षा में अर्द्ध सैनिक बल के जवानों को तैनात किया गया है। यातायात नियंत्रण के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।फायर पुलिस, बम डिस्पोजल स्क्वाड को भी लगाया गया है। उन्होंने बताया कि किसी भी स्थिति में भीड़ अनियंत्रित न हो इसके लिए कड़े इंतजाम किये गये हैं।
प्रशासन ने कहा कि कल गुरु पूर्णिमा के अवसर पर यहां आश्रमों में लाखों की भीड़ उमड़ने की संभावना है। भीड़ नियंत्रण के लिए हजारों की संख्या में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है। यातायात नियंत्रण के लिए वाहनों के लिए मार्गों को परिवर्तित कर दिया गया है।
मां विंध्यवासिनी का विंध्य क्षेत्र अनादि काल से आस्था का केंद्र रहा है। ऋषियों मुनियों, एवं साधकों की तपस्थली रही है। मां गंगा और विंध्य पर्वत के पवित्र संगम स्थल पर कई गुरु आश्रम है। जिसमें अड़गड़ानंद, देवरहवा बाबा आश्रम, गीता स्वामी, भगवान अवधूत राम, माता आंनदमयी, बंगाली बाबा आदि शामिल हैं। अषाढ़ पूर्णिमा पर अपने अपने गुरु से आशीर्वाद प्राप्त करने एवं गुरु के प्रति श्रद्धा व्यक्त के लिए उनके शिष्यों का जमावड़ा होता है। ऐसी सनातन परंपरा रही है। सबसे ज्यादा शिष्य प्रसिद्ध संत अड़गड़ानंद एवं देवरहवा बाबा आश्रम में जुटते हैं। इन दोनों आश्रमों में ही दस लाख शिष्यों के जुटने की उम्मीद है। शिष्यों का जमावड़ा शुरू हो चुका है। भारी संख्या में आज से ही आ रहे हैं।
उधर आश्रमों में भी तैयारियों को लेकर अनूठा दृश्य है। आश्रमों में काफी चहल-पहल है। हर आश्रम में सक्रिय शिष्यों ने एक सप्ताह पहले से मोर्चा संभाला रखा है। रंग रोगन सफाई के साथ भंडारा की तैयारियां सबसे बड़ी है। केवल अड़गड़ानंद एवं देवरहवा बाबा आश्रम में लाखों शिष्यों के प्रसाद का इंतजाम किया जा रहा था। सैंकड़ों हलवाई की टीम जुटी है। आश्रमों में सभी के लिए भोजन का भंडारा चालू है। फिलहाल पूरा प्रशासनिक अमला सब काम छोड़कर कल होने वाले इस उत्सव के तैयारियों में जुटा हुआ है।