वाराणसी। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को पहले काल भैरव और काशी विश्वनाथ के दर्शन किये। उसके बाद उन्होंने वाराणसी लोकसभा सीट से लगातार तीसरी बार पार्टी के उम्मीदवार के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने पुष्य नक्षत्र, गंगा सप्तमी के सुखद संयोग में अपने प्रस्तावकों- आचार्य पं. गणेश्वर शास्त्री द्रविण, बैजनाथ पटेल, लालचंद कुशवाहा, संजय सोनकर और मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ पर्चा दाखिल कर जिला निर्वाचन अधिकारी एस.राजलिंगम को दिया। इस दौरान मोदी ने जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष शपथ पत्र को पढ़ा।
काशी के विद्वानों के मुताबिक गंगा सप्तमी और नक्षत्र राज पुष्य के संयोग के साथ आज रवि योग ग्रहों की अच्छी स्थितियों का निर्माण कर रहा है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन कोई भी कार्य करने से अभीष्ट की सिद्धि होती है। पुष्य नक्षत्र में यदि किसी काम को किया जाए तो उसमें कार्य सिद्धि तय मानी जाती है। तीसरी बार नामांकन के पहले नरेन्द्र मोदी ने मां गंगा के पूजन के बाद बाबा कालभैरव के दरबार में हाजिरी लगाई। काशी की मान्यता के अनुसार बाबा से नामांकन करने की अनुमति मांगी। यहां बता दें कि वाराणसी सीट पर सातवें एवं अंतिम चरण में एक जून को मतदान होगा। मंगलवार, 14 मई को सातवें चरण के नामांकन का अंतिम दिन था।
प्रधानमंत्री के नामांकन के समय नामांकन स्थल के बाहर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय सहित केंद्र सरकार के आधा दर्जन मंत्री, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित एनडीए के घटक दलों के कई प्रमुख नेता भी मौजूद रहे। शिवसेना के प्रमुख एवं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, आरपीआई(ए) के प्रमुख एवं केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले, अपना दल (एस) की प्रमुख एवं केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल, तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख एन. चद्रबाबू नायडू, लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख चिराग पासवान, पवन कल्याण, ओमप्रकाश राजभर, संजय निषाद आदि नेता मौजूद रहे। नामांकन के बाद आभार जताने के बाद प्रधानमंत्री मोदी सिगरा स्थित रुद्राक्ष सभागार रवाना हो गए। लोगों का कहना है कि इस सीट बीजेपी प्रत्याशी नरेंद्र मोदी की जीत सुनिश्चत है।