चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक बोले, गेहूं की फसल में बढ़ते तापमान से नुकसान की संभावना, बचाव के लिए करें उपाय

कानपुर। गेहूं की फसल को ज्यादा तापमान की आवश्यकता नहीं होती है। अगर तापमान कम रहता है तो गेहूं की फसल को फायदा मिलता है और बढ़वार अच्छी होती है व उत्पादन भी काफी अच्छा देखने को मिलता है। किसान भाई समुचित उपाय करके नुकसान से बच सकते हैं। यह जानकारी बुधवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ.एस.एन.सुनील पांडेय ने दी।

उन्होंने बताया कि पिछले दिनों से काफी ठंड चल रही थी। इसलिए किसानों के द्वारा यह कहा या विचार रखा जा रहा था कि ठंड के चलते गेहूं की फसल को अच्छा लाभ मिलेगा और पैदावार भी अच्छी देखने को मिलेगी। लेकिन मौसम में बदलाव हो गया है और तापमान में बढ़ोत्तरी दर्ज हो रही है। एकदम से मौसम में परिवर्तन आना गेहूं की फसल के लिए नुकसानदायक है। उसी प्रकार चने की फसल के लिए भी अधिक तापमान नुकसान की संभावना में आ जाता है। पिछले दिनों काफी अधिक ठंड चल रही थी लेकिन एक हफ्ते के अंदर ही तापमान का एकदम से बदल जाना ज्यादा गर्मी होने के कारण गेहूं की फसल में नुकसान की संभावना बन गई है।

ज्यादा तापमान से गेहूं की लंबाई पर पड़ता है प्रभाव

मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि ज्यादा तापमान बढ़ने के कारण गेहूं की लंबाई में काफी असर देखने को मिल सकता है। क्योंकि अधिक तापमान होने के कारण गेहूं की फसल बढ़वार नहीं कर पाती और हाइट कम रह जाती है। इसके साथ-साथ अधिक तापमान होने के कारण गेहूं की फसल में पकाव जल्दी आता है। फसल को पूरा समय नहीं मिलने के कारण पैदावार में कमी आती है।

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