बीएचयू के स्कॉलर और यूपी के जाने माने चिकित्सक डॉक्टर एपी सिंह ने बताया थकान, कैंसर के मरीजों के दर्द संग डिप्रेशन भी दूर करता है गांजा
कानूनी बदलाव लाकर इस पौधे का कृषि, बागवानी, कपड़ा उद्योग, दवा, स्वास्थ के लिए बेहतर इस्तेमाल हो सकता है
लखनऊ।
मीडिया में आ रही रिपोर्ट और जांच एजेंसियों ने हाल फिलहाल गांजा और कृत्रिम नशीले पदार्थों को एक ही चश्मे से देखना शुरू कर दिया है। इसी के परिणाम स्वरूप समाज में यह संदेश गया कि गांजे का पौधा बुरा होने के साथ साथ बेहद हानिकारक भी है।
बीएचयू के स्कॉलर और यूपी के जाने माने चिकित्सक डॉक्टर एपी सिंह के मुताबिक गांजे पर अभी हुई वैश्विक रिसर्च में इसे लेकर कई बड़े खुलासे हुए हैं। उनमें बात निकलकर सामने आई कि इसके गैर नशीले हिस्सों का इस्तेमाल मिर्गी, मानसिक विकारों, कैंसर के मरीजों का दर्द कम करने, त्वचा की बीमारियों के साथ-साथ तमाम प्रकार के रोगों से लड़ने में इस्तेमाल किया जाता है। हालांकि थोड़ा सा कानूनी बदलाव लाकर इस पौधे का कृषि, बागवानी, कपड़ा उद्योग, दवा, स्वास्थ के लिए बेहतर इस्तेमाल किया जा सकता है।
एक ताज़ा स्टडी में पाया गया है कि देश में क़रीब दो करोड़ लोग भांग (भारत में भांग क़ानूनी तौर पर उपलब्ध होता है) चरस और गांजा जैसे गांजे के पौधे से बने उत्पादों का इस्तेमाल करते हैं।
गांजा हमारे शरीर में रिकवरी फैसिलिटेटर की तरह काम करता है। मतलब कि हमारे शरीर में कोई भी बीमारी होने पर यह जल्दी रिकवरी में मदद करता है। आइए जानते हैं इसके अन्य लाभ के बारे में
- मानसिक और शारीरिक तनाव दूर करना
गांजा के उपयोग से हमें शारीरिक और मानसिक रूप से काफी मदद मिलती है। गांजा के पौधे के अंदर कैनबिनोइड्स पाया जाता है जो कि हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होता है। यह हमारे शरीर को अंदर से फुर्ती प्रदान करता है। यह हमारे अंदर फैल रही तनाव और बेचैनी को कम करता है।
- पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करता
गांजा हमारे पेट के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। हमारे पेट के अंदर होने वाले अनेक बीमारियों से हमें बचाता है। जैसे कि कभी-कभी ज्यादा बीमार होने पर हमें उल्टी होती है। उस समय गांजा के प्रयोग से हमारी उल्टी बंद हो जाती है।
- रिकवरी फैसिलिटेटर
गांजा हमारे शरीर में रिकवरी फैसिलिटेटर की तरह काम करता है। इसका अर्थ यह हुआ कि हमारे शरीर में कोई भी बीमारी होने पर यह जल्दी रिकवरी में मदद करता है क्योंकि इसके अंदर साइकोटिक प्रभाव होता है जो हमारे स्ट्रेस को भी कम करने में काफी मदद करता है।
- कैंसर से बचने में मदद
आप सुनकर हैरान हो जाएंगे कि गांजा के उपयोग से हमें कैंसर जैसी बीमारियों से भी राहत मिल सकती है। अमेरिका के एक विशेषज्ञ के अनुसार गांजा के अंदर कैनाबिनाऐड्स नामक एक तत्व पाया जाता है जो कैंसर की कोशिकाओं को मारने में सक्षम होता है।
5 . हैपेटाइटिस जैसी बीमारियों से भी बच सकते हैं
आजकल के समय में बहुत सारे लोग हेपेटाइटिस जैसी
बीमारियों से लड़ रहे हैं। आपको यह जानकर अत्यंत हर्ष होगा कि गांजे के प्रयोग से आप हैपेटाइटिस जैसी बीमारियों से भी बच सकते हैं। इसके उपयोग से आपकी थकान, दर्द और इसके साथ-साथ डिप्रेशन जैसी बीमारियों से भी बच सकते हैं।