लखनऊ, एनआईए संवाददाता।
जनता को सुविधा देने के लिए बनाई गई 4 लेन सड़क आज कूड़े के ढेर में तब्दील होकर महामारी का बड़ा कारण बनती जा रही है। जानकीपुरम विस्तार स्थित ट्रामा सेंटर और लखनऊ विश्वविद्यालय द्वितीय परिसर सेक्टर-1 गेट से रेलवे लाइन तक जाने वाली सड़क पर नगर निगम ने बेशर्मी से कूड़े का साम्राज्य खड़ा कर दिया है।
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स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क की दो लेन पूरी तरह से कूड़ाघर में बदल चुकी हैं। विगत दिनों इसी इलाके में डायरिया जैसी महामारी फैली थी, जिसमें कई लोगों की जान चली गई। उस दौरान माननीय उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, नगर विकास मंत्री, महापौर और नगर आयुक्त सहित पूरा प्रशासनिक अमला सक्रिय दिखाई दिया था। लेकिन महामारी थमने के बाद जिम्मेदारी भी कूड़े में दफ्न हो गई।
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आज हालात यह हैं कि इस सड़क से गुजरना जनता के लिए किसी सजा से कम नहीं। दुर्गंध, सड़ा-गला कूड़ा और मच्छरों का प्रकोप सीधे लोगों के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि यही स्थिति बनी रही तो महामारी फिर से सिर उठा सकती है।
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स्थानीय संगठनों ने चेतावनी दी है कि अगर तुरंत इस समस्या का समाधान नहीं किया गया तो जनाक्रोश सड़कों पर दिखाई देगा। जनता सवाल पूछ रही है कि आखिर कब तक विकास की सड़कें कूड़े का अड्डा बनती रहेंगी और प्रशासन मूकदर्शक बना रहेगा?
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