समरसता और सेवा की नई दिशा-जगदीश्वरम विहार जनकल्याण समिति की नई कार्यकारिणी ने जगाया जनविश्वास

लखनऊ, NIA संवाददाता।

लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं की आत्मा तब जीवंत होती है जब समाज के भीतर संस्थाएं, समितियां और संगठन जनसेवा की भावना से आगे बढ़ते हैं। इसी कड़ी में जगदीश्वरम तकरोही स्थित दुर्गाधाम मंदिर का परिसर उस समय गवाह बना, जब जगदीश्वरम विहार जनकल्याण समिति का चुनाव सौहार्द, सहयोग और सर्वसम्मति की मिसाल बन गया।

बिना किसी मतभेद या प्रतिस्पर्धा के, समाज के प्रतिनिधियों ने जिस एकजुटता से नई कार्यकारिणी का गठन किया, वह स्थानीय स्तर पर लोकतंत्र की परिपक्वता का प्रमाण है। यह केवल पदों का चयन नहीं, बल्कि समाज के उत्थान और सेवा के नए अध्याय की शुरुआत है।

सर्वसम्मति से निर्वाचित पदाधिकारीगण

मुख्य संरक्षक – अविनाश त्रिवेदी (पूर्व विधायक)
संरक्षक – आर. एस. शाक्य
अध्यक्ष – विजय शंकर पांडेय
वरिष्ठ उपाध्यक्ष – अनुपम सिंह
महामंत्री – राघवेन्द्र नाथ मिश्रा
उपाध्यक्ष – अरविन्द कुमार शुक्ला, पी. एन. सिंह, आलोक तिवारी
संगठन मंत्री – राज किशोर गुप्ता
मंत्रीगण – प्रभाकर तिवारी, चन्द्र प्रकाश श्रीवास्तव, सुरेश गुप्ता, रंजीश शर्मा
कोषाध्यक्ष – अवधेश त्रिपाठी
मीडिया प्रभारी – रमेश चन्द्र यादव

कार्यकारिणी सदस्यगण

आफताब अहमद, प्रवीण राय, अभिषेक मिश्रा, आदित्य मिश्रा, जनमेजय पाठक, अनिल चौरो, पी. एन. राय, विवेक गुप्ता, सुधीर सिंह, राज बहादुर दुबे, जी. पी. दुबे, सत्य राम चौहान, डी. पी. सिंह, एस. के. लाल, संजय श्रीवास्तव, अवधेश शुक्ला।

विशेष सदस्य

शमीम अहमद (अध्यक्ष, अमराई गांव समिति), चन्द्र शेखर सिंह (संयोजक सदस्य)।

लोकतंत्र की जड़ें समाज में

यह चुनाव केवल एक संगठन का औपचारिक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि समाज में लोकतांत्रिक संस्कृति की जड़ों को मजबूत करने वाला अवसर था। माँ दुर्गा के पूजन और दीप प्रज्वलन के साथ आरंभ हुआ यह आयोजन पूरे क्षेत्र में एकता और सौहार्द का प्रतीक बन गया।

मुख्य संरक्षक अविनाश त्रिवेदी (पूर्व विधायक) ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा क‍ि “समाज तभी प्रगतिशील बनता है जब सेवा को राजनीति से ऊपर रखा जाए। समिति जनकल्याण की ऐसी प्रयोगशाला बने, जहाँ हर वर्ग को समान अवसर और सम्मान मिले।

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अध्यक्ष विजय शंकर पांडेय ने भी स्पष्ट किया कि समिति केवल कागज़ी संगठन नहीं रहेगी, बल्कि यह शिक्षा, स्वच्छता, स्वास्थ्य, पर्यावरण और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभाएगी।

महामंत्री राघवेन्द्र नाथ मिश्रा ने बताया कि समिति निकट भविष्य में क्षेत्र में स्वच्छता अभियान, निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर, रक्तदान शिविर तथा युवा संवाद कार्यक्रम आयोजित करेगी।

सामाजिक चेतना की नई लहर

समिति के चुनाव ने यह साबित किया कि जब उद्देश्य स्वार्थ नहीं, सेवा हो — तब समाज के भीतर असली एकता स्वतः प्रकट होती है। उपस्थित सदस्यों ने एक स्वर में कहा कि “जनकल्याण ही हमारा धर्म है।”
इस भावना ने पूरे वातावरण को उत्साह और समर्पण से भर दिया।

हर वक्ता के शब्दों में समाज के प्रति प्रतिबद्धता झलक रही थी। यह भी उल्लेखनीय रहा कि विभिन्न जाति, वर्ग और पेशे से जुड़े लोगों ने एक मंच पर आकर यह दिखाया कि समाज की प्रगति सहयोग की संस्कृति से ही संभव है।

सेवा ही सर्वोपरि

कार्यक्रम के अंत में सामूहिक संकल्प लिया गया कि समिति का हर सदस्य अपने क्षेत्र में समाजसेवा के कार्यों में सक्रिय रहेगा और “जनहित सर्वोपरि” के सिद्धांत को जीवन में उतारेगा।
मंच संचालन महामंत्री राघवेन्द्र नाथ मिश्रा ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन मीडिया प्रभारी श्री रमेश चन्द्र यादव ने प्रस्तुत किया।

समाज की जड़ों में जब सहयोग और सेवा का रस प्रवाहित होता है, तभी जनकल्याण के वृक्ष पर सच्चे विकास के पुष्प खिलते हैं।
जगदीश्वरम विहार जनकल्याण समिति की नई कार्यकारिणी न केवल इस आशा को जन्म देती है, बल्कि यह संदेश भी देती है कि “जहां संवाद है, वहां समाधान है और जहां एकता है, वहीं समाज की शक्ति है।

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