यूपी के कानपुर में कर्ज से परेशान व्यापारी ने मासूम बेटी और पत्नी की हत्या करने के बाद खुद पर चाकू से किये कई वार
कानपुर। कानपुर के कांशीराम कॉलोनी सनिगवां में कर्ज से परेशान परचून दुकानदार ने चार साल की मासूम बेटी और पत्नी की गला दबाकर हत्या कर दी। वारदात के बाद उसने खुद पर चाकू से कई वार किए, जिससे वह बेहोश हो गया। पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने घर का गेट तोड़कर दोनों शवों को बरामद कर घायल को हैलट में भर्ती कराया। पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट भी बरामद किया है जिसमें कर्जदारों से परेशान होकर जान देने की बात लिखी है।
फेस वन की कॉलोनी नंबर 17/8 निवासी अर्जुन जायसवाल (40) परचून दुकानदार है। घर पर पत्नी निशा जायसवाल (36) और बेटी आशवी थीं। कॉलोनी से 600 मीटर दूर दुकान है। पड़ोसी रोली गुड़िया, रमाकांत पांडेय ने बताया कि सोमवार दोपहर तक जब परिवार कमरे से बाहर नहीं निकला तो दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अनहोनी की आशंका पर दोपहर तीन बजे पुलिस को सूचना दी। 15 मिनट बाद आए पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ा और अदंर घुसे। जहां पर कमरे की चौखट के पास अर्जुन हालत में पड़ा मिला। अर्जुन की सांसें चलती देख उसे कांशीराम अस्पताल भेजा गया। जहां से उसे हैलट भेज दिया गया। कमरे में निशा और आशवी का शव पड़ा मिला।
सुसाइड नोट में लिखा…मैं जीना चाहता था मगर कर्जगीरों ने जीने नहीं दिया। कर्जा था पर इतना नहीं कि मैं दे न पाऊं पर समय नहीं दिया। मैं मजबूर होकर परिवार के साथ आत्महत्या कर रहा हूं। इसमें किसी की गलती नहीं वजह सिर्फ मैं हूं। मैं सिर्फ अपनी बेटी और पत्नी का दोषी हूं।
डीसीपी ईस्ट, श्रवण कुमार ने कहा कि डायल 112 पर सूचना मिली थी कि परिवार को रविवार से देखा नहीं गया है। उसी पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। प्रथम दृष्टया पत्नी और बेटी की हत्या कर युवक ने खुद पर चाकू से वार किए हैं। उसका इलाज चल रहा है। उसके बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जवाब खोज रही पुलिस
पुलिस दो बिन्दुओं पर जांच कर रही है। पहला निशा ने कहीं पहले फांसी लगाकर जान तो नहीं दी। उसका शव उतारने के बाद अर्जुन ने बेटी आशवी की गला दबाकर हत्या की उसके बाद खुद को घायल किया। दूसरा, कहीं अर्जुन ने दोनों की हत्या करने के बाद खुद फांसी लगाने के लिए तो फंदा नहीं डाला था।
फोरेंसिक टीम प्रभारी डॉ. पीके श्रीवास्तव ने जाच के दौरान बताया कि निशा के गले में लिगनेचर मार्क मिले हैं। उसके मुंह से सलाइवा भी निकल रहा है। यह फांदे पर लटकने के लक्षण है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक सम्भव है कि निशा का गला किसी रस्सी से घोटा गया हो। बच्ची के गले में उंगलियों के निशान मिले हैं। जिससे साफ है कि उसका गला दबाया गया है। बच्ची के मुंह से झाग निकल रहा था। इससे पुलिस यह भी मानकर चल रही है कि उसे मारने से पहले कहीं कोई विशैला पदार्थ तो नहीं दिया गया था।