यूपी के बुलंदशहर में विस्फोट, एक ही परिवार के 7 की मौत
बुलंदशहर। बुलंदशहर में जान बचाने के लिए अस्पताल से लाया गया ऑक्सीजन सिलेंडर ही परिवार के लिए काल बन गया। सोमवार रात 8 बजे ऑक्सीजन सिलेंडर फट गया। धमाका इतना तेज था कि दो मंजिला मकान ध्वस्त हो गया। हादसे में पति-पत्नी समेत 7 लोगों की मौत हो गई। घटना के समय घर में 24 लोग मौजूद थे। पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को परिजनों को सौंप दिया गया। दोपहर सभी शवों को सुपुर्द-ए-खाक किया गया।
दरअसल गुलावठी रोड की आशापुरी कॉलोनी में निवासी राजुद्दीन की पत्नी रुखसाना की तबीयत खराब चल रही थी। वह एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती थी। सोमवार शाम को उन्हें अस्पताल से घर में शिफ्ट किया गया। घर आने के बाद रुखसाना को सांस लेने में समस्या होने लगी। इस पर परिजन घर पर ही सिलेंडर से ऑक्सीजन लगाने लगे। सिलेंडर सेट नहीं हुआ और अचानक सिलेंडर में विस्फोट हो गया। फलस्वरूप् मकान के मलबे में राजुद्दीन, पत्नी रुखसाना समेत अन्य दब गए। हादसे के बाद मौके पर पहुंचे लोगों ने मलबे से 8 लोगों को निकाला।
इनमें राजुद्दीन (58), पत्नी रुखसाना (45), बेटा 26 वर्षीय आस मोहम्मद, बेटा सलमान (11), बेटी तमन्ना (24) और नवासी हिफजा (3) शामिल हैं। इन्हें अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। मंगलवार दोहपर में शाहरूख की भी मौत हो गई। सुबह सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। शवों को देखते ही परिवार में कोहराम मच गया। एक साथजनाजा उठा तो वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें छलक पड़ीं।
तमन्ना के पति रिजवान ने बताया कि इस हादसे में सास-ससुर, दो साले,मेरी पत्नी और बच्ची की जान चली गई । मेरी पत्नी 9 महीने की गर्भवती थी। परसों मेरी सास की तबीयत खराब थी । दादारी से दवा लेकर आई थी। उनको सांस लेने में दिक्तत हुई, तो ऑक्सीजन सिंल़ेडर मंगाया गया।
मेरी पत्नी अपनी मम्मी के साथ उनकी सेवा करने आ गई थी। मुझसे कहा था कि मुझे दो दिन बाद लेने को आ जाना। शाम को पांच बजे बात हुई थी, इसके बाद कोई भी बात नहीं हुई । 8 बजे के बाद मेरे पर फोन आया कि वहां सिंलेडर फट गया है। कोई नहीं बचा। मैंने आके देखा तो यहां पर कुछ नहीं था।