नई दिल्ली। एलन मस्क की कंपनी अब मंगल ग्रह से संपर्क साधने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने जा रही है। एलन मस्क ने खुद एक्स पर इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि इसका असली मकसद इस तरह के काफी दूर स्थित ग्रहों पर डाटा ट्रांसफर की स्पीड को बढ़ाना है।
उन्होंने लिखा कि वास्तव में यह पहला कदम है। धरती और मंगल के बीच ट्रांसफर की रफ्तार बढ़ाने के लिए और ज्यादा स्पीड की जरूरत होगी। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इसकी काफी तारीफ की है। लोगों ने इसे किसी साई-फाई मूवी जैसा बताया है। बीते दिवस इसको लेकर एक अहम बैठक हुई। जिसके मुताबिक यह स्टारलिंक की तर्ज पर तैयार किया जाएगा और नासा के मंगल मिशन में मदद करेगा।
बैठक के मुताबिक स्पेसएक्स मंगल की ऑरबिट में कई सैटेलाइट लगाएगा। इन सैटेलाइट्स की मदद से जमीन से मंगल की सतह तक निगरानी बेहद आसान हो जाएगी। यह मंगल के राज खोलने में काफी मददगार होगा। इतना ही नहीं, स्टारलिंक धरती और मंगल के बीच कम्यूनिकेशन और तेजी से डाटा ट्रांसफर के लिए एडवांस सिस्टम भी तैयार करेगा।
हाई-स्पीड डेटा रिले सिस्टम 1.5 खगोलीय इकाइयों में 4 एमबीपीएस या उससे अधिक कम्यूनिकेट करने में सक्षम होगा, जो धरती और मंगल के बीच की दूरी है। इस नेटवर्क के जरिए मंगल और धरती के बीच रियल टाइम में डाटा और इमेज भेजने में आसानी होगी।
इसके अलावा मंगल ग्रह पर भविष्य में चलने वाले मिशन के लिए भी यह इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसको लेकर लोग रोमांचित भी हैं।