लाल किला ब्लास्ट: दिल्ली पुलिस की पांच टीमें सक्रिय, दूसरी लाल कार की तलाश

नई दिल्ली, NIA ब्यूरो।

दिल्ली के लाल किला के पास हुए धमाके की जांच में बड़ा मोड़ आया है। जांच एजेंसियों को अब एक और लाल रंग की फोर्ड इकोस्पोर्ट कार के होने का सुराग मिला है। बताया जा रहा है कि यह कार उन संदिग्धों के पास थी जो धमाके में इस्तेमाल हुंडई i20 से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने इस खुलासे के बाद पूरी दिल्ली और एनसीआर में हाई अलर्ट जारी कर दिया है।

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पांच टीमें जुटीं लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट की तलाश में

एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस की कम से कम पांच विशेष टीमें इस लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट कार की तलाश में जुटी हैं। पड़ोसी राज्यों उत्तर प्रदेश और हरियाणा पुलिस को भी सतर्क किया गया है। सभी सीमा चौकियों, थानों और चौकियों पर जांच कड़ी कर दी गई है। दिल्ली पुलिस ने कहा है कि संदिग्ध वाहन को जल्द से जल्द खोजने के लिए हर जिले में गश्त और जांच बढ़ा दी गई है।

CCTV फुटेज में दिखी संदिग्ध कार

पुलिस सूत्रों के अनुसार, कुछ CCTV फुटेज में इस लाल फोर्ड इकोस्पोर्ट कार के होने का संदेह है। जांच में पता चला कि यह कार उसी नेटवर्क से जुड़ी है जिससे हुंडई i20 कार धमाके में इस्तेमाल हुई थी। सीमा जांच चौकियों पर हर वाहन की डिजिटल स्कैनिंग और नंबर प्लेट वेरिफिकेशन किया जा रहा है।

एजेंसियां छानबीन में जुटीं, उमर पर फोकस

न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक, संदिग्ध डॉ. उमर को मुंबई एक्सप्रेसवे और केएमपी एक्सप्रेसवे पर हुंडई i20 के साथ देखा गया था। CCTV फुटेज में उसे दिल्ली की ओर जाते हुए भी देखा गया है। अब एजेंसियां यह जांच रही हैं कि धमाके में एक से ज्यादा गाड़ियां शामिल थीं या नहीं।

फरीदाबाद के कार डीलर से पूछताछ

इस बीच पुलिस की स्पेशल सेल ने फरीदाबाद स्थित एक कार डीलर अमित (रॉयल कार प्लाजा, सेक्टर 37) को हिरासत में लिया है। अमित पर आरोप है कि उसने हुंडई i20 की बिक्री में मदद की थी,जो बाद में धमाके में इस्तेमाल हुई।
पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर के सभी सेकेंड हैंड कार डीलरों से हाल ही में बेची गई गाड़ियों की जानकारी मांगी है।

डॉ. उमर तक कार कैसे पहुंची?

जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि हुंडई i20 आखिरकार डॉ. उमर तक कैसे पहुंची। यह भी जांच हो रही है कि क्या कार को किसी और के नाम पर खरीदा गया था या फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया गया।
सूत्रों के मुताबिक, कई संदिग्धों के बैंक और कॉल रिकॉर्ड की जांच जारी है।

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