लखनऊ, एनआईए संवाददाता।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से किशोरियों और युवतियों को बहला-फुसलाकर अन्य राज्यों में बेचने वाले एक अंतरराज्यीय गिरोह का खुलासा हुआ है। कृष्णानगर पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरोह युवतियों को शादी और नौकरी का झांसा देकर हरियाणा, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में बेचता था।
कैसे हुआ खुलासा?
30 जून को कृष्णानगर थाना क्षेत्र से एक किशोरी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज की गई थी। पुलिस उपायुक्त दक्षिणी निपुण अग्रवाल के अनुसार, मामले की जांच के लिए 8 पुलिस टीमों का गठन किया गया। किशोरी की लोकेशन पहले कानपुर और फिर मध्यप्रदेश में मिली, जिसके बाद उसे सकुशल बरामद कर लिया गया।
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कौन हैं गिरफ्तार आरोपी?
संतोष उर्फ डब्बू साहू: मध्यप्रदेश के शहडोल जिले का निवासी, जो प्रयागराज के धूमनगंज में रह रहा था।
मनीष भंडारी: राजस्थान के अजमेर की कृष्णा कॉलोनी का निवासी।
गिरोह का तरीका-ए-वारदात
संतोष, लड़कियों को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले जाता था और फिर उन्हें मनीष भंडारी को सौंप देता था।
मनीष, युवतियों को शादी, घरेलू काम या अन्य नौकरियों के झांसे में फंसाकर 50,000 में बेच देता था।
इसके बाद मनीष उन्हें किसी तीसरे व्यक्ति को सौंप देता था।
राज्य दर राज्य फैला है नेटवर्क
पुलिस का कहना है कि इस गिरोह के तार हरियाणा, राजस्थान, मध्यप्रदेश, यूपी सहित कई राज्यों से जुड़े हुए हैं।
अन्य सदस्यों की तलाश और पूछताछ जारी है।
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