लखनऊ/नोएडा, NIA संवाददाता।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश सरकार यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (YEIDA) क्षेत्र को देश के सबसे महत्वाकांक्षी मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट हब (MMTH) के रूप में विकसित कर रही है। इस मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर विजन का उद्देश्य उत्तर प्रदेश को निवेश, उद्योग, लॉजिस्टिक्स और रोजगार के क्षेत्र में राष्ट्रीय ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाना है।

इस पूरी योजना का केंद्र नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर है, जो पूर्ण होने के बाद उत्तर भारत का सबसे बड़ा एविएशन और लॉजिस्टिक्स गेटवे बनेगा। एयरपोर्ट के इर्द-गिर्द विकसित हो रहा YEIDA क्षेत्र भविष्य में भारत के सबसे बड़े औद्योगिक और ट्रांसपोर्ट हब में शामिल होगा।
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पांच माध्यमों से निर्बाध कनेक्टिविटी पर सरकार का फोकस
YEIDA के एसीईओ शैलेन्द्र कुमार भाटिया के अनुसार, योगी सरकार की प्राथमिकता एयर, रोड, रेल, RRTS और एक्सप्रेसवे—इन पांचों माध्यमों से निर्बाध कनेक्टिविटी उपलब्ध कराना है।
इसके तहत 8-लेन एक्सेस-कंट्रोल यमुना एक्सप्रेसवे को सीधे जेवर एयरपोर्ट से जोड़ा गया है, जिससे दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक तेज और सुगम आवाजाही संभव होगी।
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ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे के माध्यम से हरियाणा और उत्तराखंड की सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी। वहीं दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का बल्लभगढ़ इंटरचेंज जेवर एयरपोर्ट से जुड़कर देश के सबसे बड़े औद्योगिक और वाणिज्यिक कॉरिडोर को सीधा लाभ पहुंचाएगा।
लॉजिस्टिक्स को बढ़ावा देने के लिए डेडिकेटेड एक्सेस रोड
लॉजिस्टिक्स सेक्टर को मजबूत करने के लिए एयर कार्गो हेतु नॉर्थ और ईस्ट डेडिकेटेड एक्सेस रोड विकसित की जा रही है। इससे भारी मालवाहक वाहन शहरों में प्रवेश किए बिना सीधे एयरपोर्ट तक पहुंच सकेंगे।
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भविष्य की योजनाओं में गंगा एक्सप्रेसवे और NH-34 को YEIDA सेक्टर और यमुना एक्सप्रेसवे से जोड़ने का प्रस्ताव भी शामिल है, जिससे पूर्वांचल, मध्य और पश्चिमी उत्तर प्रदेश की कनेक्टिविटी और सशक्त होगी।
RRTS और रेल नेटवर्क से जुड़ेगा YEIDA क्षेत्र
प्रस्तावित RRTS नेटवर्क के जरिए दिल्ली और एनसीआर से YEIDA सेक्टर तथा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को जोड़ने की योजना है। इसके साथ ही औद्योगिक इकाइयों और एयरपोर्ट के लिए रेल कनेक्टिविटी भी विकसित की जा रही है। दिल्ली-हावड़ा और दिल्ली-मुंबई रेल कॉरिडोर से सीधे जुड़ाव से माल परिवहन की लागत घटेगी और निर्यात को नई रफ्तार मिलेगी।
EMC पार्क में तेजी से बढ़ रहा निवेश
योगी सरकार की उद्योग-हितैषी नीतियों का असर यह है कि यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक क्षेत्र और EMC पार्क में बड़े पैमाने पर निवेश आ रहा है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर सेक्टर में HCL-Foxconn समूह की वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट, हैवेल्स इंडिया, डिक्सन टेक्नोलॉजीज, एडिटेक सेमीकंडक्टर्स और एसेंट सर्किट जैसी कंपनियां इस क्षेत्र को हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग हब में बदल रही हैं।
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ऑटोमोबाइल और ई-मोबिलिटी सेक्टर में नई संभावनाएं
ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रिक मोबिलिटी क्षेत्र में एस्कॉर्ट कुबोटा, मिंडा कॉर्पोरेशन और नीनजास इलेक्ट्रिक जैसी कंपनियों के निवेश से रोजगार के नए अवसर पैदा हो रहे हैं। रिन्यूएबल एनर्जी और ग्रीन मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए सैल सोलर, एंबर एंटरप्राइजेज और EV मैन्युफैक्चरर्स वेलफेयर ट्रस्ट जैसी इकाइयों की मौजूदगी उत्तर प्रदेश को स्वच्छ ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बना रही है।
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लाखों युवाओं को मिलेगा रोजगार
सरकार का मानना है कि मजबूत कनेक्टिविटी, आधुनिक लॉजिस्टिक्स सिस्टम और उद्योगों के अनुकूल वातावरण से YEIDA क्षेत्र आने वाले वर्षों में लाखों युवाओं के लिए रोजगार के अवसर पैदा करेगा और उत्तर प्रदेश को देश की आर्थिक ग्रोथ का नया इंजन बनाएगा।
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