भारतीय मज़दूर संघ के बैनर तले स्वास्थ्य महकमे के संविदा कर्मी 27 सितंबर को राजधानी में होंगे एकजुट
लखनऊ: वेतन ना बढ़ाये जाने से स्वास्थ्य विभाग में काम करने वाले कर्मचारी पिछले लंबे अरसे से विभाग और सरकार से खफा है। अपनी बात को मनवाने के लिए 27 सितंबर को प्रदेश भर से भारतीय मजदूर संघ के और संयुक्त एनएचएम कर्मचारी संघ से जुड़े संविदा कर्मी राजधानी में धरना प्रदर्शन करेंगे।
सन्युक्त nhm कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री योगेश उपाध्याय ने बताया कि प्रदेश के 75 जनपदों में भारी संख्या में कर्मचारियों ने जनपद अध्यक्ष के नेतृत्व में 11 सूत्रीय ज्ञापन ज़िलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को प्रेषित किया है, जिसमें नियमितीकरण समान कार्य का समान वेतन, बीमा वेतन विसंगति स्थानातरण तथा कोविड कर्मचारियों एवं आयुष्मान भारत में कार्यरत अरोग्यमित्र का nhm में समायोजन इत्यादि प्रमुख है।
प्रदेश महामंत्री सच्चितानंद मिश्रा ने बताया कि प्रदेश के उच्च चिकित्सा संस्थान केजीएमयू , डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, एस जी पी जी आई तथा कैंसर संस्थान में कुल लगभग 12000 तथा प्रदेश के अन्य मेडिकल कॉलेजों को मिलाकर कुल 20 हजार से अधिक कर्मचारी सभी संवर्ग के कार्यरत है। जिनका पिछले 8 वर्ष से वेतन नहीं बढ़ा है । इससे कर्मचारियों में हीन भावना उत्पन्न हो रही है और वेतन बढ़ोत्तरी का आदेश शासन द्वारा जारी न होने से कर्मचारियों में आक्रोश विद्यमान है ।
सभी मेडिकल कॉलेजों और संस्थान के कर्मचारियों की निगाहे आने वाली लोकसभा चुनाव पर है सब उम्मीद लगाए है कि चुनाव से पहले सरकार वेतन बढ़ाएगी । ऐसे में अगर वेतन बढ़ोत्तरी नही हुई तो आक्रोशित कर्मचारी एवं उनका परिवार विरोध कर सकते है क्योंकि चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में अन्य विभागों से भी कम वेतन दिया जा रहा है जबकि यह कर्मचारी पूरे प्रदेश को चिकित्सा जैसी महत्वपूर्ण सेवा उपलब्ध करा रहे है ।